Advertisement

केरल: राज्यसभा सांसद बोले- Cow Dung कहलाने में कोई शर्म नहीं, उन्हें गर्व होता है

केरल (Kerala) के एर्नाकुलम में गौ संरक्षण रथ यात्रा की शुरुआत करते वक्त सुरेश गोपी ने कहा कि अगर कोई मुझे Cow Dung बुलाता है, तो मुझे शर्म नहीं आती बल्कि उसे सुनकर वह काफी गर्व महसूस करते हैं.

राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी
aajtak.in
  • एर्नाकुलम,
  • 20 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 8:59 AM IST
  • राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी का बयान फिर चर्चा में
  • Cow Dung कहलाने में कोई शर्म नहीं: सुरेश गोपी

मलयाली अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी (Suresh Gopi) ने बीते दिन एक बयान दिया जो इस वक्त सुर्खियां बंटोर रहा है. केरल (Kerala) के एर्नाकुलम में गौ संरक्षण रथ यात्रा की शुरुआत करते वक्त सुरेश गोपी ने कहा कि अगर कोई मुझे Cow Dung बुलाता है, तो मुझे शर्म नहीं आती बल्कि उसे सुनकर वह काफी गर्व महसूस करते हैं.  

विश्व हिन्दू परिषद (VHP) द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में सुरेश गोपी ने कहा कि किसी को ये नहीं भूलना चाहिए कि श्रीनारायण गुरु का जब जन्म हुआ, तब उन्हें भी गाय का गोबर छुआया गया था. ऐसे में उन्हें बिल्कुल भी दुख नहीं है कि कोई उन्हें गाय का गोबर कहता है.

क्या है Cow Dung से जुड़ा मामला?

दरअसल, सुरेश गोपी द्वारा ये बयान एक फैन के सवाल के जवाब में दिया गया. मलयाली व्लॉगर बुल जेट ब्रदर्स को मोटर व्हीकल डिपार्टमेंट द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किया गया था, जिसपर फैंस ने सुरेश गोपी से मदद मांगी थी. 

तब सुरेश गोपी ने कहा था कि ये डिपार्टमेंट मुख्यमंत्री के अंडर में है, ऐसे में कोई मदद नहीं कर सकते हैं. इसी दौरान उन्होंने कहा था कि वह इस मामले में मदद नहीं कर सकते हैं, क्योंकि वह Cow Dung हैं. सांसद का यही ऑडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.

पूरे केरल से गुजरेगी गौ संरक्षण यात्रा

सुरेश गोपी ने कहा कि गौ संरक्षण यात्रा केरल के लोगों को प्रेरित करने का काम करेगी. उम्मीद है कि गायों की रक्षा के लिए इससे लोगों में जागृति फैलेगी. अब शुरू होने वाली ये यात्रा साल के अंत में जाकर खत्म होगी. 

राज्यसभा सांसद ने इस दौरान कहा कि कृषि और किसानों को बचाने के लिए गायों की रक्षा काफी जरूरी है. इस ओर बढ़ाया गया हर कदम काफी फायदेमंद होने वाला है. गौ संरक्षण यात्रा केरल के अलग-अलग हिस्सों से निकलेगी और साल के अंत में पवाकुल्लम मंदिर में जाकर खत्म होगी. 

Advertisement

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement