
केरल में दो अप्रैल को ट्रेन में यात्रियों को आग लगाने वाले आरोपी को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. कोझिकोड की न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी शाहरुख सैफी को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है. उसे चलती ट्रेन से भागने के प्रयास के दौरान लगी चोटों के इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज से छुट्टी दे दी गई थी.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आरोपी को हिरासत में लिया था, जिसे आगे की पूछताछ के लिए भारी पुलिस सुरक्षा में अदालत में पेश किया गया. केरल के एडीजीपी अजित कुमार ने बताया कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है. उसने (आरोपी शाहरुख सैफी) अपना जुर्म कबूल कर लिया है. घटनास्थल से मिला बैग उसी का है. वह अब फिजिकली फिट है. आगे की जांच की जा रही है.
इससे पहले दिन में मजिस्ट्रेट अस्पताल पहुंचे और आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने तीनों पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और प्रत्येक को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया. वहीं एडीजीपी (कानून व्यवस्था) एमआर अजीत कुमार सहित जांच अधिकारियों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आज जांच के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक एडीजीपी ने मीडिया को बताया कि आरोपी को विभिन्न जांच एजेंसियों के सहयोग से गिरफ्तार किया गया. यह एक विशेष मामला है जिसकी संयुक्त जांच की आवश्यकता है. केरल पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक साथ काम किया. इसका श्रेय केरल पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा लिए गए संयुक्त प्रयास को जाता है. हम मामले में सभी एंगल से जांच कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि जांच एजेंसियों को एक गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी महाराष्ट्र के रत्नागिरी में है और उसे हिरासत में लेने के लिए पुलिस की एक टीम भेजी गई थी.
बता दें कि 2 अप्रैल की रात को कोझिकोड में एलाथुर के पास कोरापुझा पुल पर ट्रेन पहुंचने पर संदिग्ध ने यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. जिससे नौ लोग झुलस गए. जिनमें से तीन की मौत हो गई थी. वहीं घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.