
संसद में दो दिनों से लगातार अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है. गुरुवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता आमने-सामने देखे गए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर के मसले पर केंद्र सरकार को घेरा और जबरदस्त तरीके से प्रहार किया. राहुल के मणिपुर में 'भारत माता की हत्या वाले' बयान पर बीजेपी की तरफ से घेराबंदी की जा रही है. राहुल की स्पीच के विवादित शब्दों को लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया है.
'राहुल के भाषण को रिकॉर्ड से क्यों हटाया जा रहा?'
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर के समक्ष मामला उठाया है. उन्होंने कहा, सत्तारूढ़ भाजपा सरकार मणिपुर पर 'असंसदीय भाषा' का इस्तेमाल करने का आरोप लगाकर राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है. अगर कोई शब्द असंसदीय है तो उसे हटाने का प्रावधान है. मुझे नहीं लगता कि राहुल गांधी ने कोई असंसदीय शब्द का उपयोग किया है. राहुल गांधी ने कहा कि 'भारत माता' की हत्या हो रही है. स्पीकर ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह इस मामले को देखेंगे.
'भारत माता नहीं कह सकते हैं क्या?'
अधीर रंजन का कहना था कि राहुल गांधी की तरफ से जो बोला गया है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है. राहुल जी ने ऐसा क्या कहा. ऐसे कौन से शब्द कहे, जिसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया. उनके भाषण को सारे सदन ने देखा. राहुल जी जब बात रख रहे थे, तब वो टीवी में नहीं दिखाया गया. उनके भाषण की मूलभावना यही थी कि नफरत छोड़ो और मुहब्बत के सहारे आगे बढ़ो. जो उच्चारण किया, उसे रिकॉर्ड से हटाया जा रहा है. भारत माता कहना सबका अधिकार है. भारत देश को माता नहीं कह सकते हैं क्या?
'गलत शब्द हटाने की दशकों से प्रक्रिया'
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, संसद की टीवी हमारे हाथ में नहीं होती है. एक्सपंज करने का काम चेयर का होता है. अगर कोई बात असंसदीय होती है तो कभी भी ऐसे शब्द हटा दिए जाते हैं. ये प्रक्रिया दशकों से चली आ रही है. हम ऐसा कोई नया नियम नहीं बनाया है.
'भारत माता को कैसे मरने देंगे?'
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, राहुल गांधी का करीब 25 मिनट तक हमने भाषण बहुत शांति से सुना. लेकिन जब उन्होंने भारत माता को लेकर गलत बयान दिया, तब विरोध किया गया. ये स्वभाविक था. हम लोग भारत माता को कैसे मरने देंगे. हत्या शब्द प्रॉपर नहीं है.
'यहां कोई लवर बैठा हुआ है क्या?'
बीजेपी सांसद रमा देवी ने कहा, राहुल गांधी ने भाषण के अंत में फ्लाइंग किस दे दिया? ये तो बदतमीजी की हद हो गई. हाउस में फ्लाइंग किस किसे दिया जा रहा है? यहां तुम्हारा कोई लवर बैठा हुआ है क्या? जहां जाते हो, वहां मनाओ. ये हाउस है. यहां चुनकर जनप्रतिनिधि आए हैं. ये सही जगह नहीं है. तुम्हारा फ्लाइंग किस लेने के लिए यहां नहीं आए हैं. एक तो आपने बदतमीजी की, फ्लाइंग किया, लोगों को कितना बुरा लगा होगा और अपने को समझते हो कि पाक-साफ हो गए. पता नहीं उसको कौन ट्रेनिंग दे रहा है. क्या ट्रेनिंग दी जा रही है, ये समझ में नहीं आ रहा है. कहा जाता है कि नाम बड़े और दर्शन छोटे.
भेड़िया-चींटी से रावण, मेघनाद तक... 10 पॉइंट में समझें लोकसभा में राहुल गांधी ने क्या-क्या कहा
'मोहब्बत नहीं स्वीकार पा रही बीजेपी'
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, स्नेह का हाव-भाव था. उन्होंने ये थोड़ी कहा कि महिलाओं को दे रहा हूं. जैसे वो कहते हैं कि मोहब्बत की दुकान है. आप लोगों को नफरत से आदत हो गई है. मोहब्बत स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं.
राहुल गांधी ने कल क्या कहा था...
- हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए. उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है. आप हिंदुस्तान में मणिपुर को मारना चाहते हो. आप भारत माता के हत्यारे हो. आज की सच्चाई ये है कि मणिपुर नहीं बचा है. आपने मणिपुर को दो भाग में बांट दिया है, तोड़ दिया है.
- मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या हुई है. आप मणिपुर में भारत माता के रखवाले नहीं, हत्यारे हो. आप देशभक्त नहीं हो. आप देशद्रोही हो. मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है. इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं, हिंदुस्तान को मणिपुर में मारा है. हिंदुस्तान का कत्ल किया है.
- लंका को हनुमान ने नहीं जलाया, बल्कि इसे रावण के अहंकार ने जलाया था. राम ने रावण को नहीं मारा, बल्कि रावण के अहंकार ने उसे मारा. रावण सिर्फ दो लोगों की बातें सुनता था. मेघनाथ और कुंभकरण. प्रधानमंत्री भी दो लोगों की बात सुनते हैं- अमित शाह और अडानी.
- आप पूरे भारत में मिट्टी का तेल फेंक रहे हैं. आपने मणिपुर में मिट्टी का तेल फेंका और फिर आग लगा दी. अब आप हरियाणा में ऐसा कर रहे हैं. आप पूरे भारत को जलाने की कोशिश कर रहे हैं. आप भारत को मारने की कोशिश कर रहे हैं.
- भारत जोड़ो यात्रा में मेरा भेड़िया जैसा जो अहंकार था वो चींटी बनकर निकल गया. जो हिन्दुस्तान को अहंकार से देखने निकला था वो पूरा अहंकार गायब हो गया.
राहुल के किन शब्दों पर चली कैंची?
संसद सदस्य को सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए समय-समय पर ताकीद किया जाता है. इसके साथ ही संसदीय शालीनता और शिष्टाचार की गाइडलाइन को फॉलो करना जरूरी होता है. राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में भाषण दिया था. उनकी स्पीच को लेकर बीजेपी ने आपत्ति जताई थी. इस पर लोकसभा सचिवालय ने कुछ शब्दों को संसदीय मर्यादा के अनुकूल नहीं पाया. इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटाने का फैसला लिया गया है. राहुल ने अपने भाषण में कई बार हत्या, कत्ल, मर्डर और देशद्रोही जैसे शब्दों का प्रयोग किया है. इन सभी शब्दों के अलावा कुछ अन्य स्पीच पर कैंची चलाई गई है.