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Indian Railway: रेलवे का क्विक वाटरिंग सिस्टम क्या है? जानें यह कैसे करता है काम

Railway Quick Watering System: भारतीय रेलवे ने देश के अलग-अलग स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम स्थापित किया है. इसकी मदद से ट्रेनों में तेजी के साथ पानी भरा जाता है. क्विक वाटरिंग सिस्टम (Quick Watering System) से एक तो ट्रेनों में पानी भरने में समय कम लगता है. वहीं, दूसरी तरफ ट्रेनों को समयबद्ध तरीके से चलाने में भी आसानी होती है.

Quick Watering System Quick Watering System
उदय गुप्ता
  • चंदौली,
  • 19 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:51 AM IST
  • इस सिस्टम से ट्रेनों में तेजी से भरा जाता है पानी
  • 10 मिनट में भर जाता है 24 डिब्बों वाली ट्रेन में पानी

Quick Watering System: भारतीय रेलवे (Indian Railway) देश की लाइफ लाइन कही जाती है. देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेन से सफर करता है. यात्रा के दौरान अक्सर लोगों को ट्रेन के शौचालयों में पानी खत्म हो जाने की समस्या से रूबरू होना पड़ता है. हालांकि, रेलवे की तरफ से पूरी कोशिश होती है कि ट्रेनों में पानी की सप्लाई लगातार यात्रियों को मिलती रहे. लेकिन बावजूद इसके किसी न किसी ट्रेन में यह समस्या आ ही जाती है और यात्रियों को परेशान होना पड़ता है. 

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पानी की सप्लाई की समस्या लंबी दूरी की ट्रेनों में ज्यादा होती है. यात्रियों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने देश के अलग-अलग स्टेशनों पर क्विक वाटरिंग सिस्टम (Quick Watering System) स्थापित किया है. इससे ट्रेनों में तेजी से पानी भरा जाता है. क्विक वाटरिंग सिस्टम से एक तो ट्रेनों में पानी भरने में समय कम लगता है. वहीं, दूसरी तरफ ट्रेनों को समयबद्ध तरीके से चलाने में भी आसानी होती है. 

क्या है क्विक वाटरिंग सिस्टम?
दरअसल, ट्रेनों में पानी भरने की सुविधा उन बड़े स्टेशनों पर ही होती है. जहां पर ट्रेनों का आवागमन ज्यादा होता है. ऐसे स्टेशनों पर ट्रेनों में पानी भरने के लिए ट्रेनों का स्टॉपेज सामान्य स्टेशनों की अपेक्षा ज्यादा देर का रहता है. लेकिन यह समय अधिकांश ट्रेनों में 5 से 10 मिनट से ज्यादा नहीं होता है. ऐसे में सभी कोचों को स्टॉपेज समय के भीतर भर पाना एक बड़ी समस्या होती है. क्विक वाटरिंग सिस्टम यानी त्वरित जल प्रणाली से 24 डिब्बों वाली एक ट्रेन को पूरी तरह खाली होने पर 10 मिनट में पानी भरने की क्षमता होती है.

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क्विक वाटरिंग सिस्टम कैसे काम करता है?
क्विक वाटरिंग सिस्टम यानी त्वरित जल प्रणाली में 4 सेंट्रीफ्यूगल पंपों के 2 सेट होते हैं. जिनमें से प्रत्येक में 3 पंप चालू रहते हैं. जबकि एक पंप को किसी खराबी के दौरान उपयोग करने के लिए स्टैंडबाय के रूप में रखा जाता है. प्रत्येक पंप की क्षमता 35 मीटर हेड के साथ 200m3/hr की होती है. मोटर कपल 40hp, 415 वोल्ट AC है, जो 1450 rpm पर चलता है.

यह जल प्रवाह को स्वचालित रूप से नियंत्रित करने के लिए SCADA यानी पर्यवेक्षी नियंत्रण और डाटा अधिग्रहण (Supervisory Control and Data Acquisition) का उपयोग करता है. इसमें एसएमएस द्वारा निगरानी की भी सुविधा है. इसे SCADA के साथ दूर से भी संचालित किया जा सकता है. 

SCADA प्रणाली पानी की खपत को रिकॉर्ड करने में मदद करती है और हाइड्रेंट या रिसाव के किसी भी अनधिकृत उपयोग की पहचान करने में भी मदद करती है. इस प्रणाली के उपयोग से न केवल पानी की बरबादी पर नियंत्रण होता है. बल्कि काफी कम समय में ट्रेन के कोचों में पानी भरा जाता है. क्विक वोटिंग सिस्टम से पानी की बर्बादी पर रोक लगने से जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान मिलता है.

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दरअसल, ट्रेनों में पानी भरने की पुरानी व्यवस्था से काफी समय लगता था जिससे ट्रेनें प्रभावित होती थी. लेकिन क्विक वाटरिंग सिस्टम से ट्रेनों में पानी भरने में लगने वाला समय पहले की व्यवस्था की तुलना में काफी कम है. अब 24 कोच वाली ट्रेन को पूरी तरह से पानी देने में केवल 10 मिनट का समय लगता है. इससे मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की समयपालन में सुधार में भी काफी मदद मिलती है.

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