
राज्यसभा चुनाव से पहले विपक्ष को सबसे बड़ा झटका यूपी में लगा है. उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. इनमें से 9 सीटों को लेकर तो स्थिति स्पष्ट है, लेकिन 10वीं सीट पर सस्पेंस कायम है.यहां रविवार को बीएसपी सांसद राकेश पांडे ने पाला बदलते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया, जिनके पिता सपा विधायक हैं और राज्यसभा चुनाव में उनका वोट भी अहम है.
दूसरी तरफ सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने दावा किया है कि अब गायत्री प्रजापति की विधायक पत्नी भी एनडीए में शामिल होंगीं. ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया है कि गायत्री प्रजापति की पत्नी और बसपा से बीजेपी में शामिल हुए रितेश पांडे के पिता राकेश पांडे भी NDA को वोट देंगे.
राजा भैया का ऐलान
राजा भैया ने आजतक से बातचीत में साफ किया है कि इस चुनाव में उनकी पार्टी राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के साथ जाएगी. उन्होंने कहा कि सपा के लोग आए थे लेकिन हमारी पार्टी के वोट बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में जाएंगे. बताया जाता है कि बीजेपी नेता हों या सपा के प्रदेश अध्यक्ष, दोनों से ही मुलाकात में राजा भैया ने लोकसभा सीटों की बात की थी. राजा भैया अब तक यह संभावनाएं टटोल रहे थे कि कौन सी पार्टी उनके दल को कितनी लोकसभा सीटें दे सकती है? राजा भैया अपनी पार्टी के लिए प्रतापगढ़ और कौशांबी, दो सीटें चाहते हैं. हालांकि बीजेपी के साथ उनकी क्या बात हुई है, इसके बारे में अभी खुलकर कुछ भी सामने नहीं आया है.यह भी पढ़ें: राज्यसभा चुनाव को लेकर राजा भैया ने खोल दिए पत्ते, कहा- बीजेपी उम्मीदवार को करेंगे वोट
हिमाचल प्रदेश में भी विधायक के बगावती तेवर
हिमाचल प्रदेश की एक राज्यसभा सीट के लिए हो रहे चुनाव से ठीक पहले विधायक राजेंद्र राणा ने बगावती तेवर अपना लिए हैं. साल 2017 के हिमाचल चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले राजेंद्र राणा का सुक्खू सरकार में मंत्री बनना पद तय माना जा रहा था लेकिन ऐसा हुआ नहीं. अब राणा ने दो टूक कहा है कि अब वह कोई मंत्री पद स्वीकार नहीं करेंगे. हिमाचल में राज्यसभा की एक सीट के लिए कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही दलों ने उम्मीदवार उतारे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने दावा किया था कि पार्टी लाइन से हटकर भी कई विधायकों से संपर्क किया जा रहा है. बीजेपी ने कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ हर्ष महाजन को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी के दावे के बीच अब राजेंद्र राणा के रुख ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है.
अरुणाचल में विपक्ष चार विधायक बीजेपी में आए
अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा का चुनाव भी होना है लेकिन इससे पहले कांग्रेस और एनसपीपी को बड़ा झटका लगा है. दोनों दलों के दो-दो वविधायक रविवार को बीजेपी में शामिल हो गए और खुद सीएम पेमा खांडू ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई. एनपीपी विधायक मुच्चू मिथी तथा गोकर बसर और कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग तथा वांगलिंग लोवांगडोंग ने ईटानगर स्थित बीजेपी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बीजेपी की सदस्यता ली.
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ओडिशा में विपक्ष को झटका
वहीं ओडिशा में भी नेताओं की एक दल से दूसरे दल में आवाजाही जारी है. रविवार को पूर्व मंत्री और चार बार के बीजद विधायक देबासिस नायक और पूर्व कांग्रेस विधायक निहार रंजन मोहनंदा बीजेपी में शामिल हो गए. दोनों ने भाजपा के प्रदेश अध्या मनमोहन सामल, पूर्व अध्यक्ष समीर मोहंती और वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी ज्वाइन कर ली.
झारखंड में मधु कोड़ा की पत्नी बीजेपी में शामिल
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा ने बीजेपी का थामन थाम लिया है. गीता कोड़ा इस समय राज्य की सिंहभूम सीट से कांग्रेस सांसद हैं. गीता कोड़ा को पार्टी नेता बाबूलाल मरांडी ने सदस्यता दिलाई.गीता गोड़ा दो बार 2009 में 2019 तक विधायक रही हैं और 2019 लोकसभा चुनाव में उन्होंने शानदार जीत दर्ज की थी. दरअसल झारखंड में चंपई सरकार के गठन के बाद से कांग्रेस विधायकों में मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर नाराजगी चल रही है. कुछ दिन पहले कई नाराज विधायक दिल्ली पहुंच गए थे. कहा जा रहा है कि गीता कोड़ा भी आरजेडी-जेएमएम और आरजेडी गठबंधन से नाखुश थीं.