
गुजरात और हिमाचल प्रदेश में निर्वाचन आयोग की मतगणना की तैयारी पूरी हो चुकी है. गुजरात और हिमाचल विधानसभाओं के चुनाव के अलावा एक लोकसभा और चार राज्यों में विधानसभा की 6 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आने हैं. इसके लिए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह 8 बजे से शुरू होनी तय है. बता दें कि EVM के इस दौर में पोस्टल बैलेट की भूमिका भी बहुत अहम है.
गुरुवार सुबह 8 बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू हो जाएगी. इसके ठीक आधे घंटे बाद EVM के जरिए डाले गए वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. पोस्टल बैलेट की गिनती आधे घंटे में पूरी हो जाए तो ठीक वर्ना डाक मतपत्रों के साथ ही EVM की भी गिनती शुरू हो जाएगी.
पोस्टल बैलेट कब होते हैं अहम?
मतगणना के हर राउंड के बाद रिटर्निंग ऑफिसर के दस्तखत के साथ आंकड़े जारी किए जाएंगे. अगर हार-जीत का अंतर रिजेक्ट हुए पोस्टल बैलेट की संख्या से कम हो तो रिटर्निंग ऑफिसर रिजेक्ट हुए बैलेट पेपर्स को फिर से वेरिफाई करते हैं. फाइनल वेरिफिकेशन के बाद ही नतीजे घोषित किए जाते हैं.
सुरक्षा व्यवस्था पूरी चाक चौबंद
निर्वाचन आयोग के मुताबिक हर एक विधानसभा क्षेत्र यानी सीट के लिए एक-एक पर्यवेक्षक यानी ऑब्जर्वर तैनात किया गया है. इसके अलावा दोनों राज्यों में दो विशेष पर्यवेक्षक भी ग्राउंड पर तैनात होंगे. जिनके पास पल-पल की खबर होगी. इसके अलावा पूरी चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है. ईवीएम रखे जाने के स्ट्रॉन्ग रूम और उसके आसपास 500 मीटर के दायरे में चौबीसों घंटे पैनी निगहदारी मतदान के समय से ही हो रही है.
चप्पे-चप्पे पर लगाए गए CCTV कैमरा
सुरक्षाबलों की निगाहों के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों की अचूक निगाहें भी चप्पे चप्पे पर टिकी हैं. मतगणना केंद्रों के आसपास 500 मीटर के दायरे में सीआरपीसी की धारा 144 लगाकर समर्थकों की भीड़ को नियंत्रित किया गया है. सिर्फ अधिकृत व्यक्ति जिनके पास निर्वाचन आयोग की ओर से जारी पास होगा, वही मतगणना केंद्र में दाखिल हो सकेंगे.
मीडियाकर्मियों के लिए खास व्यवस्था
हर एक मतगणना केंद्र पर इंटरनेट सुविधा के साथ मीडिया सेंटर बनाए गए हैं. वहां 6000 से ज्यादा मान्यता प्राप्त पत्रकारों को खबरें, वीडीओ और फोटो के अलावा मतगणना के सभी अपडेट भेजने की सुविधा दी गई है. आम नागरिक नतीजों की लगातार जानकारी निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://results.eci.gov.in के अलावा वोटर हेल्पलाइन एप के जरिए भी ले सकते हैं.