
कोलकाता की कोर्ट ने शुक्रवार को बेंगलुरु कैफे विस्फोट मामले में दो आरोपियों को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है. इससे एनआईए को आगे की जांच के लिए उन्हें बेंगलुरु ले जाने की अनुमति मिल गई है. यहां शहर सत्र अदालत के मुख्य न्यायाधीश ने एजेंसी की प्रार्थना के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को ट्रांजिट रिमांड दे दी.
एनआईए ने बताया कि आरोपी अदबुल मथीन अहमद ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब को कोलकाता से लगभग 190 किलोमीटर दूर पूर्व मेदिनीपुर जिले के समुद्र तटीय पर्यटन शहर दीघा के एक होटल से गिरफ्तार किया गया है. ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने का मास्टरमाइंड था और शाजिब ने कैफे में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) रखा था.
इससे पहले एनआईए की टीमों द्वारा कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में 5 और उत्तर प्रदेश में एक जगह सहित कुल 18 स्थानों पर कार्रवाई की गई थी. इस दौरान सह-साजिशकर्ता मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार कर लिया गया था. एनआईए ने इस केस को 3 मार्च को अपने हाथ में लिया था. NIA ने कुछ दिनों पहले प्रेस रिलीज जारी की थी, जिसमें बताया गया था कि ब्लास्ट को किसने अंजाम दिया था.
नवरात्र में फिर खुला रामेश्वरम कैफे
बता दें कि एक मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट हुआ था. इस धमाके में 9 लोग घायल हो गए थे. पुलिस सूत्रों ने कहा था कि कैफे में टाइमर का उपयोग करके आईईडी बम धमाका किया गया था. धमाके के बाद महाशिवरात्रि के अवसर पर कैफे को बड़ी धूमधाम से फिर से खोला गया था.
प्रशासन के मुताबिक, ग्राहकों की जांच के लिए कैफे के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं. एंट्री की अनुमति देने से पहले कर्मचारी प्रत्येक ग्राहक की हैंडहेल्ड डिटेक्टरों से जांच की जाएगी. सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और कर्मचारी किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाएगी.