
कोलकाता रेप-मर्डर मामले (Kolkata Rape Murder Case) पर पद्म पुरस्कारों से पुरस्कृत 70 से ज्यादा डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मेडिकल क्षेत्र से जुड़े कर्मियों के खिलाफ बढ़ रही हिंसा पर चिंता जताई है. उन्होंने प्रधानमंत्री से इस गंभीर मुद्दे पर ठोस कार्रवाई करने की गुजारिश की है. डॉक्टरों द्वारा लिखी गई चिट्ठी में डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा मौजूदा कानूनों के तहत सुनिश्चित करने की गुहार लगाई गई है.
सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों से सम्मानित इन डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री से गुजारिश की है कि विरोध प्रदर्शन और जनता का आक्रोश शांत हो जाने और स्थिति सामान्य होने पर भी इस मुद्दे को भूलना नहीं चाहिए. उन्होंने लिखा है कि हमारी जिम्मेदारी यह भी है कि हम इस मुद्दे पर बोलें और नागरिकों के हक में सही उपाय किए जाएं.
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प्रधानमंत्री के नाम लिखे गए पत्र पर दस्तखत करने वालों में डॉ हर्ष महाजन, डॉ अनूप मिसरा, डॉ मोहसिन वली, डॉ प्रदीप चौबे, डॉ अशोक सेठ, डॉ रणदीप गुलेरिया, डॉ बलराम भार्गव, डॉ शिव कुमार सरीन, डॉ यश गुलाटी, आयुर्वेदाचार्य और डॉ देवेंद्र त्रिगुणा शामिल हैं.
बता दें कि आरजी कर अस्पताल में रात के वक्त तोड़फोड़ मामले में 5 और आरोपी गिरफ्तार किए हैं. इसके साथ ही गिरफ्तार किए गए कुल आरोपियों की संख्या 37 हो चुकी है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या पता चला?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त, 2024 को एक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर मृत पायी गई थी. रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले में आजतक के हाथ डिटेल्ड पोस्टमार्टम रिपोर्ट लगी है, जिससे पीड़िता के साथ हुई बर्बरता के बारे में पता चलता है. पीएम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के शरीर पर 14 से ज्यादा चोट के निशान थे. कोई फ्रैक्चर नहीं मिला है.
सिर, दोनों गाल, होंठ (ऊपरी और भीतरी), नाक, दायां जबड़ा, ठुड्डी, गर्दन (एपिग्लॉटिस के पास और ऊपर), बाएं हाथ, कंधे, घुटने, टखने और प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान मिले हैं. बाहरी और आंतरिक जननांग का वजन 151 ग्राम था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि शरीर के कई हिस्सों में खून के थक्के जमने के साथ फेफड़ों में रक्तस्राव देखा गया. विसरा, ब्लड और अन्य एकत्र किए गए नमूनों को विश्लेषण के लिए लैब भेजा गया है.
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पीएम रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता के शरीर और प्राइवेट पार्ट में लगी सभी चोटें उसकी मौत से पहले की हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल ऑफिसर ने बताया है कि दोनों हाथों से गला घोंटने के कारण पीड़िता की मृत्यु हुई थी. उसके प्राइवेट पार्ट में फोर्सफुल पेनिट्रेशन के चिकित्सीय साक्ष्य मिले हैं. पीएम रिपोर्ट में लेडी डॉक्टर के यौन उत्पीड़न की संभावना का जिक्र किया गया है.