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कोलकाता: रेप-मर्डर के आरोपी के करीबी ASI को CBI का समन, कैमरा देखते ही भागे- VIDEO

कोलकाता रेप-मर्डर के आरोपी संजय रॉय के करीबी एएसआई अनूप दत्ता मीडिया के सवालों से भागते नजर आए. वह भागते-भागते सीधे सीबीआई दफ्तर में प्रवेश कर गए. जांच एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह मीडिया से बात नहीं करना चाहते थे और बिना बात किए ही भागने लगे.

संजय रॉय के करीबी को सीबीआई का समन संजय रॉय के करीबी को सीबीआई का समन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 9:40 PM IST

कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय के "करीबी सहयोगी" के रूप में पहचाने जाने वाले एएसआई अनूप दत्ता मंगलवार को मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. उनका एक वीडियो सामने आया, जिसमें देखा गया कि वह मीडिया के सवालों से भाग रहे थे. उनके पीछे एक मीडियाकर्मी भी दौड़ रहा है लेकिन वह कुछ बात नहीं करते हैं.

अनूप दत्ता, समन पर पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर जा रहे थे, जब उनका सामना मीडियाकर्मियों से हो गया, लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की. वह कोलकाता पुलिस की चौथी बटालियन के सदस्य हैं और मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई ने उन्हें समन भेजा था. बताया जा रहा है कि अनूप दत्ता को जांच एजेंसी ने आरोपी संजय रॉय के करीबी के रूप में चिन्हित किया है.

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भागते-भागते सीधे चले गए सीबीआई ऑफिस में

जांच एजेंसी सीबीआई ने मामले को अपने हाथ में लेने के बाद संजय रॉय के करीबी और उसको किसी भी रूप में जानने वालों से पूछताछ कर रही है. कई को पूछताछ के लिए समन भी भेजा गया है. अनूप दत्ता को भी समन भेजा गया था लेकिन जब उनकी नजर मीडियाकर्मियों पर पड़ी तो वह भागने लगे. वह भागते-भागते सीधे सीबीआई मुख्यालय के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में प्रवेश कर गए.

पूछताछ से हुए आरोपी के बारे में कई खुलासे

कोलकाता रेप-मर्डर केस में पूछताछ से आरोपी संजय रॉय के बारे में कई जानकारी सामने आई है. पता चला कि वह रेगुलर रेड लाइट एरिया में जाया करता था और शराब का आदी था. पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली की आरोपी ने घटना की रात भी खूब शराब पी थी. अब सीबीआई उसका पॉलीग्राफी टेस्ट कराना चाहती है, जिसके लिए एजेंसी को कोर्ट से मंजूरी मिल गई है.

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आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का भी पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जा सकता है, जो घटना के वक्त तक अस्पताल के प्रिंसिपल थे. बंगाल सरकार ने अस्पताल के वित्तीय मामलों को लेकर भी एक एसआईटी बनाई है. पता चला कि अस्पताल में वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं, जिसकी जांच होगी.

कोलकाता पुलिस का अधिकारियों पर एक्शन

कोलकाता पुलिस ने 14 अगस्त की रात को आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के मामले में शीर्ष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. ड्यूटी में लापरवाही के कारण दो सहायक आयुक्तों और एक इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है. कोलकाता पुलिस के उत्तर डिवीजन में तैनात दो सहायक आयुक्तों और विशेष शाखा में तैनात एक इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है. वे उसी रात आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा के प्रभारी थे.

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