Advertisement

साहिल कोठारी की कहानी, जो 3 साल में बन गए 50 हजार लोगों के 'मार्गदर्शक'

दुबई में लाखों रुपये के सैलरी पैकेज को छोड़कर महज 27 साल की उम्र में साहिल कोठारी ने अपना स्टार्टअप शुरू किया और देखते ही देखते ही वह 50 हजार लोगों के लिए 'मार्गदर्शक' बन गए.

साहिल कोठारी साहिल कोठारी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 11:38 AM IST
  • 2018 में शुरू किया था स्टार्टअप
  • तीन साल में 50 हजार लोगों जुड़े

कोलकाता के रहने वाले साहिल कोठारी ने कभी नहीं सोचा था कि उनकी एक कोशिश से 50 हजार जिंदगियां बदल जाएंगी. दुबई में लाखों रुपये के सैलरी पैकेज को छोड़कर महज 27 साल की उम्र में साहिल कोठारी ने अपना स्टार्टअप शुरू किया और देखते ही देखते ही वह 50 हजार लोगों के लिए 'मार्गदर्शक' बन गए.

यह कहानी है साहिल कोठारी की. पश्चिम बंगाल के कोलकाता के रहने वाले साहिल कोठारी ने दार्जिलिंग के सेंट पॉल स्कूल और भवानीपुर कॉलेज से पढ़ाई पूरी की. इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंसी (सीए) की पढ़ाई शुरू की, लेकिन कुछ दिन बाद पढ़ाई छोड़ दी. साहिल बताते हैं कि मैं मध्यवर्गीय परिवार से था, इसलिए पैसा कमाने का पारिवारिक दबाव था.

Advertisement

साहिल कोठारी ने नौकरी शुरू की. 2016 से पहले तक वह दुबई में नौकरी कर रहे थे, लेकिन मन नहीं लग रहा था. 2016 में साहिल ने नौकरी छोड़ दी और सीए की पढ़ाई फिर से शुरू कर दी. इसी बीच साहिल ने Secret किताब पढ़ी और उन्होंने अपने पैशन को फॉलो करने के लिए स्टार्टअप शुरू करने का प्लान बनाया. 

साहिल कोठारी ने 2018 में अपनी कंपनी की शुरुआत की, जिसका मकसद लोगों को ट्रेनिंग और गाइडिंग करना था. शुरुआत में साहिल के सेमिनार में सिर्फ 10 लोग आए, लेकिन सोशल मीडिया में उनकी ट्रेनिंग की तारीफ होने लगी और लोग उनसे जुड़ते चले गए. 3 साल के अंदर साहिल से करीब 50 हजार लोग जुड़ गए.

साहिल कोठारी बीते 3 सालों में करीब 50 हजार लोगों के मार्गदर्शक बन गए. वह ज्योतिष, वास्तु, अंक विज्ञान, मनोविज्ञान समेत अन्य कोर्स कराते हैं. अब साहिल कोठारी हर महीने हजारों छात्रों को प्रशिक्षित करते हैं.

Advertisement

आजतक से बात करते हुए साहिल कोठारी ने कहा कि जब मैंने अपना स्टार्ट अप शुरू किया तो मेरे पास पैसे नहीं थे, लेकिन तकनीक की मदद से मैं इसे कई गुना विकसित करने में सक्षम था. साहिल के मुताबिक, ऑनलाइन क्लास के फीस ढांचे में खामियों का फायदा उन्हें मिला और उन्होंने मामूली फीस में कई लोगों के मार्गदर्शक की भूमिका निभाई.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement