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'ना CCTV था, ना सेमिनार हॉल सील किया गया...' कोलकाता रेप-मर्डर केस में पुलिस पर हड़ताली डॉक्टर्स ने उठाए सवाल

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर को लेकर देश के कई इलाकों में डॉक्टर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने पुलिस जांच पर सवाल खड़े किए हैं. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि अस्पताल के जिस सेमिनार हॉल में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया, उसे सील किया जाना चाहिए था.

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप-हत्या का मामला कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप-हत्या का मामला
सूर्याग्नि रॉय
  • कोलकाता,
  • 14 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या का मामला सामने आने के बाद से देशभर में गुस्सा है. रेजिडेंट डॉक्टर्स लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. लेकिन प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हो रहा. डॉक्टर्स ने इस मामले में कई सवाल खड़े किए हैं.

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कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि अस्पताल के जिस सेमिनार हॉल में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया, उसे सील किया जाना चाहिए था. सेमिनार हॉल को सील क्यों नहीं किया गया? 

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि सेमिनार हॉल खुला रखने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि वहां रिपेयरिंग का काम होना था. लेकिन रिपेयरिंग का काम सेमिनार हॉल के बगल के कमरे में होना था. सेमिनार हॉल के भीतर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं था. ये एक तरह की लापरवाही है. प्रदर्शनकारियों ने सेमिनार हॉल के सामने निर्माण कार्य पर भी सवाल खड़े किए हैं. इनका कहना है कि सबूतों से छेड़छाड़ करने के लिए इस कंस्ट्रक्शन को शुरू किया गया है. 

लखनऊ के केजीएमयू के प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स का कहना है कि बंगाल हाईकोर्ट ने जांच सीबीआई को सौंप दी है. लेकिन इस अपराध के सबूत मिटा दिए गए हैं. ऐसे में निष्पक्ष जांच कैसे होगी? 

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वहीं, प्रोटेस्ट कर रहे दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर्स का कहना है कि हमारी चार मांगें हैं. पहली मांग थी कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए. लेकिन इस मांग को पूरा करने के लिए हाईकोर्ट को आगे आना पड़ा. इस मांग को सरकार ने नहीं माना बल्कि कोलकाता हाईकोर्ट ने इसे हरी झंडी दिखाई.

दूसरी मांग है कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (CPA) लागू करने को लेकर लिखित में आश्वासन दिया जाए. लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला है बल्कि सरकार हमें गोल-गोल घूमा रही है. तीसरी मांग है कि इस मामले में  उच्च अथॉरिटी को स्थाई रूप से तुरंत बर्खास्त किया जाए. चौथी मांग है कि परिवार को कम से कम एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए. 

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के जिस सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर का शव मिला था, उसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं. उस हॉल में लकड़ी और प्लास्टिक की कुर्सियों के साथ-साथ पेशेंट बेड नजर आ रहा है. तस्वीरें देखने पर ऐसा लग रहा है, जैसे अस्पताल में मौजूद बिना इस्तेमाल का सामान भी यहां रखा जाता था. हॉल में अलग-अलग तरह की कई मशीनें भी रखी हुई हैं.

बता दें कि इस सेमीनार हॉल में ही महिला रेजिडेंट डॉक्टर की लाश मिली थी. जानकारी के मुताबिक, लेडी डॉक्टर ने अपने चार कलीग्स के साथ इस हॉल में ही डिनर किया था. डिनर के बाद महिला डॉक्टर के कलीग वहां से चले गए, जबकि महिला रेजिडेंट डॉक्टर ने वहीं रुकने का फैसला किया था. इस सेमिनार हॉल में आरोपी ने रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दुष्कर्म करने के बाद बेरहमी से उसका मर्डर कर दिया था.

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रेप के बाद की थी हत्या

दरअसल, 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर का शव मिला था. सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात 31 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ 8 अगस्त की रात रेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी.

इस मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है, जिसे पुलिस ने पीड़िता के परिवार को सौंपा था. इस रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़िता की हत्या गला घोंटकर हुई थी. उससे पहले उसके साथ बलात्कार हुआ था. आरोपी ने दो बार उसका गला घोंटा था. उसकी मौत सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुई थी.

अश्लील फिल्में देखने का आदी था संजय

इस मामले में पुलिस आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपी ना तो अस्पताल के स्टाफ से था और ना ही किसी मरीज का कोई रिश्तेदार. वह कोलकाता पुलिस के लिए सिविक वांलटियर का काम करता था. बताया जा रहा है कि आरोपी संजय रॉय शराब पीते हुए अश्लील फिल्में देखने का आदी था. वारदात वाली रात वो अस्पताल के अंदर कई बार आया और गया. 

दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जब कोई पुलिसकर्मी भर्ती होता, तो संजय रॉय उनकी दवाइयां लाने के लिए और उसकी दूसरी मदद के लिए सहायक के तौर पर मौजूद रहता था. लेकिन जिस दिन ये घटना हुई, उस दिन आरोपी किसी काम से अस्पताल नहीं आया था. उस दिन वह अस्पताल के पीछे वाले हिस्से में शराब पीने के लिए आया और इसने शराब पीने के बाद अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखे थे. फिर वारदात को अंजाम दिया था.

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