
प्रयागराज मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद विवाद से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में मथुरा विवाद से जुड़ी याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई का रास्ता साफ हो गया है. हाईकोर्ट ने मस्जिद पक्ष की ओर से दाखिल रिकॉल अर्जी को खारिज कर दिया है. जस्टिस मयंक कुमार जैन की सिंगल बेंच ने फैसला सुनाया है. 6 नवंबर को दोपहर 2:00 बजे मामले की अगली सुनवाई होगी. हाईकोर्ट ने आदेश वापसी यानि रिकॉल अर्जी पर बहस पूरी होने के बाद 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था.
क्या है विवाद?
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर और शाही ईदगाह मस्जिद के 13.37 एकड़ जमीन को लेकर विवाद है. करीब 11 एकड़ पर मंदिर है और 2.37 एकड़ जमीन पर मस्जिद है. इस मस्जिद का निर्माण औरंगजेब ने 1669-70 में कराया था. हिंदू पक्ष का दावा है कि औरंगजेब ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर बने प्राचीन केशवनाथ मंदिर को तोड़कर शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण कराया था. जबकि मुस्लिम पक्ष का दावा है कि इसके कोई सबूत मौजूद नहीं हैं कि शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण एक मंदिर को तोड़कर कराया गया था.
शाही ईदगाह मस्जिद ट्रस्ट ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के 14 दिसंबर के फैसले को इस आधार पर चुनौती दी है कि ईदगाह मस्जिद की संरचना पर दावा करने वाले हिंदू भक्तों द्वारा दायर याचिकाएं पूजा स्थल अधिनियम 1991 के तहत वर्जित हैं.