
कुवैत आग हादसे को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को सरकार से गुजारिश की है कि सभी के साथ चर्चा करके एक विधेयक का मसौदा तैयार किया जाए. जिससे भारतीय प्रवासी श्रमिकों के लिए काम की अच्छी स्थिति और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
अधिकारियों के मुताबिक, बुधवार की सुबह कुवैत में एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लग गई, जिसमें विदेशी श्रमिकों में ज्यादा नागरिक भारत से थे. इस घटना में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. ज्यादातर मौतें उस समय धुएं के कारण हुईं, जब निवासी सो रहे थे. बड़ी तादाद में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
मैं गुजारिश की थी...
थरूर ने कहा कि यह त्रासदी भारतीय प्रवासी श्रमिकों को उनके घर पर अपने परिवारों का भरण-पोषण करने के प्रयासों में झेलने वाली भयानक मुश्किलों की याद दिलाती है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "पांच साल से भी ज्यादा वक्त पहले जब मैंने विदेश मामलों पर संसदीय स्थायी समिति की अध्यक्षता की थी, तो मैंने सरकार से हमारे प्रवासी श्रमिकों के लिए काम की अच्छी स्थिति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक अपडेटेड इमिग्रेशन बिल तैयार करने की गुजारिश किया था. मैं हैरान हूं कि पांच साल बाद भी अभी तक कोई विधेयक नहीं है."
उन्होंने सरकार से इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाने और सभी हितधारकों के साथ परामर्श करके एक "गंभीर विधेयक" का मसौदा तैयार करने का आग्रह किया.
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थरूर ने कहा कि जब भारतीय श्रमिकों को विदेश भेजा जाता है, तो जाने से पहले जिंदगी, काम, वेतन और निवास की स्थितियों का कॉन्ट्रैक्ट होना चाहिए.
इससे पहले, एक अन्य पोस्ट में शशि थरूर ने कहा कि दक्षिणी कुवैत में भारतीय प्रवासी श्रमिकों के आवास वाली एक इमारत में आग लगने की खबर से भयभीत और बहुत दुखी हूं, जिसमें 40 भारतीयों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए. पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.