
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, 6वां आरोपी ललित झा अभी फरार है. जब दो आरोपी संसद में कार्यवाही के दौरान अंदर घुसे थे और दो बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, तब ललित भी संसद के बाहर ही मौजूद था. उसने आरोपी नीलम और अमोल द्वारा संसद के बाहर किए गए प्रदर्शन और नारेबाजी का वीडियो भी बनाया था. उसके पास सभी आरोपियों के फोन थे. ललित ने इस वीडियो को अपने NGO पार्टनर को व्हाट्सऐप भी किया था. इसके बाद वह फरार हो गया.
ललित को संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. वह खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताता है. वह कोलकाता में भी कई सार्वजनिक धरना प्रदर्शनों में शामिल होता रहा है. वह बंगाल के कई NGO से जुड़ा है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल फिलहाल ललित की तलाश कर रही है.
इसी बीच आजतक ने ललित के करीबी सहयोगी और एनजीओ पार्टनर नीलाक्ष आइच से संपर्क किया. वह पश्चिम बंगाल का छात्र है, जो सामाजिक सक्रियता में भी शामिल हैं. ललित कथित तौर पर नीलाक्ष द्वारा स्थापित एक एनजीओ का महासचिव था, जिसका नाम साम्यवादी सुभाष सभा है. नीलाक्ष ने बातचीत के दौरान बताया कि ललित ने उनसे आखिरी बार संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के ठीक बाद संपर्क किया था. ललित ने दोपहर करीब 1 बजे संसद के बाहर हुए प्रदर्शन का वीडियो भी भेजा था. ललित ने वीडियो भेजकर लिखा था, ''मीडिया कवरेज देखिए. इस वीडियो को सेफ रखना. जय हिंद.''
संसद में घुस गए थे दो लोग
दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को दो युवक दर्शक दीर्घा से कूद गए थे. ये दोनों शख्स एक बेंच से दूसरे बेंच पर भागने लगे. तभी एक शख्स ने जूते से निकालकर कोई पीले रंग की गैस स्प्रे कर दी. इस दौरान संसद में अफरा-तफरी मच गई. सांसद यहां-वहां भागने लगे. हालांकि कुछ सांसदों ने इन्हें पकड़ लिया और सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया.
लोकसभा के अंदर जब दो लोग कूदे, तभी संसद के बाहर पुलिस ने प्रदर्शन करते हुए एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया है. दोनों कनस्तरों से कलर गैस का छिड़काव कर रहे थे और नारे लगा रहे थे. दोनों की पहचान अमोल और नीलम के रूप में हुई.
ये 5 आरोपी गिरफ्तार
शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी आरोपी एक-दूसरे को जानते थे. सभी सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए थे और घटना की योजना बनाई थी. पुलिस ने सागर, मनोरंजन, अमोल और नीलम को हिरासत में ले लिया है. जबकि एक अन्य आरोपी विशाल को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है. विशाल के घर पर ही सभी आरोपी संसद पहुंचने से पहले रुके थे. एक अन्य आरोपी ललित की तलाश की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन को लेकर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है.