Advertisement

UP: तेंदुए को लाठी-डंडों से उतारा मौत के घाट, खूनी संघर्ष में हिंसक गांववालों ने वनकर्मियों को भी बनाया बंधक

UP News: बहराइच की कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में तेंदुए की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ. वन अधिकारी अब गांववालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. जानिए क्या है पूरा मामला...

हथिनियों की मदद से मृत तेंदुए की बॉडी को निकाला. हथिनियों की मदद से मृत तेंदुए की बॉडी को निकाला.
राम बरन चौधरी
  • बहराइच,
  • 28 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 11:08 AM IST
  • बहराइच में तेंदुए को पीट-पीटकर मारा
  • हिंसक ग्रामीणों और वनकर्मियों में खूनी संघर्ष

उत्तर प्रदेश के बहराइच में कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ के नजदीक एक गांव में घुसे तेंदुए ने लोगों पर हमला बोल दिया. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला. इसको लेकर वनकर्मियों और ग्रामीणों में जमकर संघर्ष हुआ. आक्रोशित ग्रामीणों ने वनकर्मियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर तीन कर्मचारियों को बंधक बना लिया. सूचना मिलते ही मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स भेजी गई और बंधक वनकर्मियों को मुक्त कराया गया. वहीं, हथिनियों की मदद से मृत तेंदुए की बॉडी को भी घटनास्थल से निकाला गया.  

Advertisement

जिले के कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ क्षेत्र के सुजौली रेंज स्थित कठौतिया गांव का यह मामला है. जहां ग्राम के प्रधान ने तेंदुए के हमले की सूचना दी थी. इसके बाद जानवर को पकड़ने के लिए दो हथिनियों के साथ वनकर्मियों ने गांव में हांका लगाया. इसी बीच हिंसक तेंदुए ने तीन और ग्रामीणों पर हमला बोल दिया, जिसके बाद वनकर्मियों की मौजूदगी में ग्रामीणों ने घेराबंदी कर तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला.

एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी

एक घायल ग्रामीण राम सूरत ने बताया कि जैसे ही हम सुबह सोकर उठे तो तेंदुआ वापस आया और उसने हमारी बड़ी अम्मा और भैया पर हमला किया. उन्हें बचाने के लिए जब हम आगे आए तो जानवर ने हम पर भी हमला कर दिया. उसने गांव में 14-15 लोगों को घायल कर दिया. जब यहां से निकला है तो एक गन्ने के खेत में भी 7-8 लोगों को जख्मी कर दिया.

Advertisement

वन्यजीव को मारना अपराध: DFO

डीएफओ कतर्नियाघाट आकाशदीप वधावन के मुताबिक, भारत सरकार की वन विभाग की नियमावली में वन्यजीव को मारना अपराध है. बावजूद इसके इस घटना को लेकर जब वन विभाग ने कार्रवाई शुरू की तो ग्रामीणों और वन कर्मियों के बीच जमकर संघर्ष शुरू हो गया. डीएफओ का कहना है कि घटना में शामिल लोगों के खिलाफ फॉरेस्ट प्रोटेक्शन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.

कई थानों की फोर्स  ने संभाला मोर्चा 

वन अधिकारी ने बताया कि आज सुबह सूचना मिलते ही हमने रेंज वनाधिकारी गिरिजपुरी के नेतृत्व में फील्ड स्टाफ को रवाना किया. इसमें स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स (एसटीपीएफ) के जवानों के अतिरिक्त पेट्रोलिंग के लिए दो अन्य वनकर्मी लगाए गए थे. ग्रामीणों ने एक वन दरोगा समेत तीन वनकर्मियों को बंधक बना लिया.

चोट का निशान दिखाता वनकर्मी और क्षतिग्रस्त वन विभाग की गाड़ी.

घटना का विकराल रूप देख वन विभाग की सूचना पर स्थानीय मुर्तिहा कोतवाली समेत कई थानों की फोर्स घटना स्थल पर भेजी गई, जिसके बाद पुलिस ने वनकर्मियों को मुक्त कराया. ग्रामीणों और वनकर्मियों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में कई लोगों के घायल होने की बात सामने आ रही है. 

चिड़चिड़ा होकर तेंदुआ हिंसक हुआ 

वन विभाग के अफसर ने बताया कि तेंदुए को जब जंगल की तरफ भगाया जा रहा था और वो गन्ने के खेत में पहुंच चुका था. इसी बीच अनावश्यक रूप से लोगों ने उसका पीछा किया, जिससे चिड़चिड़ा होकर जानवर हिंसक हो गया और उसने तीन लोगों पर हमला कर दिया, जिसके बाद काफी भीड़ इकट्ठा हो गई और लोगों ने जानवर को घेर कर मार डाला.

Advertisement

कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला

वधावन ने बताया कि अतिरिक्त हमारे रेंजर और अन्य 10 कर्मियों पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला हुआ है. इस घटना में किसी तरह हाथी की मदद से मृत तेंदुए को सुजौली रेंज से निकाल कर कतर्नियाघाट रेंज परिसर में लाया गया है, जहां फील्ड डायरेक्टर समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे और डॉक्टरों की टीम ने उसका पोस्टमॉर्टम किया.

तेंदुए की मृत बॉडी निकालकर ले जाते वनकर्मी.

अब घटना में शामिल लोगों की पहचान करके उनके वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. साथ में वनकर्मियों पर हुए हमले में शामिल लोगों की भी पहचान करके पुलिस की मदद से कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement