
चिक्काबल्लापुरा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के के. सुधाकर की जीत का जश्न में शामिल हुए लोगों को शराब की बोतलें बांटे जाने का मामला सामने आया है. बैरिकेड्स के बीच भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कर्मियों और "बाउंसरों" द्वारा लोगों को शराब की बोतलें दिए जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं.
खाने में परोसा गया नॉनवेज
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के गठबंधन सहयोगी जद (एस) के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक भी रविवार को स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां मांसाहारी भोजन भी परोसा गया था. विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक और अन्य भाजपा और जद (एस) नेताओं ने मंच कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम में शराब परोसने का लाइसेंस उत्पाद विभाग ने दिया था. उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने सोमवार को शराब परोसने के मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से "जवाब" मांगा.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं नहीं चाहता कि स्थानीय (भाजपा) नेता इसका जवाब दें. मैं चाहता हूं कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इसका जवाब दें. यह भाजपा की संस्कृति है." यह पूछे जाने पर कि क्या कोई मामला दर्ज किया जाएगा, उन्होंने कहा, "यह अगला मुद्दा है, पहले पार्टी (भाजपा) को इसका जवाब देने दीजिए."
स्वास्थ्य मंत्री ने साधा निशाना
स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने X पर एक पोस्ट में कहा, ''कहते कुछ और हैं, करते कुछ और हैं...भाजपा नेता शराब बांटने में व्यस्त हैं, जबकि राज्य डेंगू से त्रस्त है. वे भाजपा नेता कहां हैं, जिन्होंने मुझसे स्विमिंग पूल में तैरने पर सवाल उठाया था'' मैंने मैंगलोर (मंगलुरु) का दौरा किया? क्या यह आपकी संस्कृति है?"
सांसद ने कहा- घटना से कोई लेना-देना नहीं
यह कहते हुए कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है और वे दुखी हैं, सांसद सुधाकर ने कहा कि जिसने भी शराब वितरण का आयोजन किया है, चाहे वह भाजपा या जद (एस) कार्यकर्ता हों, यह "गलत" है, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी चीजें न दोहराई जाएं. उन्होंने कहा, "तालुक भाजपा और जद (एस) कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम का आयोजन किया था और उन्होंने मुझे और विपक्ष के नेता अशोक को आमंत्रित किया था. हम बैठक में भाग लेने के बाद बाहर आए. कार्यक्रम के बाद जो कुछ भी हुआ, मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला."
कर्नाटक के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा, "मुझे नहीं पता कि कार्यक्रम के आयोजकों ने शराब बांटी या उपस्थित लोगों ने इसका सेवन किया. अपने 20 साल के राजनीतिक जीवन में मैंने कभी शराब बांटकर राजनीति नहीं की. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए, यह अक्षम्य है." ,