
राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद विपक्ष ने सड़क से संसद तक सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है. विपक्षी कांग्रेस के सांसद आज दोनों सदनों में काले कपड़े पहनकर पहुंचे. विपक्षी सदस्यों ने दोनों सदनों में नारेबाजी की. लोकसभा में विपक्ष के सांसदों ने आसन की ओर कागज फेंके, तख्तियां फेंकी तो वहीं पीठासीन के सामने तख्तियां लहराईं भी.
सोमवार को विपक्ष ने लोकसभा में तेवर दिखाए. सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी सांसद वेल में आ गए. विपक्षी सांसदों ने स्पीकर ओम बिरला की ओर कागज के टुकड़े फेंके और उन पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया. वेल में जमा विपक्षी सांसदों के तेवर देख स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं सदन को गरिमा के साथ चलाना चाहता हूं. स्पीकर ओम बिरला जब अपने आसन से उठकर जाने लगे, विपक्ष की ओर से हवा में उड़ती एक तख्ती आई जो आसन के पास गिरी. लोकसभा की कार्यवाही शाम चार बजे जब दोबारा शुरू हुई, स्पीकर ओम बिरला नहीं आए. आसन पर सांसद रमा देवी थीं.
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद फिर वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे. विपक्षी सदस्य लगातार नारेबाजी कर रहे थे और तख्तियां लहरा रहे थे. सदन की कार्यवाही के दौरान कई बार विपक्षी सांसद पीठासीन के सामने तख्तियां लहराते नजर आए. विपक्ष के सांसद सेव डेमोक्रेसी और अन्य स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर सदन में पहुंचे थे.
विपक्ष की नारेबाजी और हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही करीब 10 मिनट तक चलती रही. लोकसभा में राज्यसभा की ओर से दिए गए संशोधन के सुझाव के साथ फाइनेंस बिल 2023 पर वोटिंग हुई. वोटिंग के जरिए ये विधेयक लोकसभा से पारित हो गया और इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही अगले दिन यानी 28 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.