
लोकसभा में शनिवार को संविधान पर चर्चा के दौरान सत्र में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी अपना संबोधन दिया. अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी आक्रामक तेवर में दिखे और उन्होंने सत्ता पर कारार हमला किया. राहुल गांधी ने संविधान की पुस्तक को हाथ में लेकर दिखाते हुए, एकलव्य, चाणक्य, मनु स्मृति आदि का जिक्र करते हुए बहस को सावरकर तक ले गए.
इसके साथ ही राहुल गांधी ने जाति जनगणना की भी बात की. अपने संक्षिप्त भाषण में राहुल गांधी ने हाथरस कांड का विशेष जिक्र किया और हाथरस गैंगरेप के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि, यदि सरकार ने पीड़िता के परिवार को न्याय नहीं दिया, तो इंडिया गठबंधन उसे न्याय दिलाएगा.
उत्तर प्रदेश सरकार पर हमलावर हुए राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने भाषण में हाथरस गैंगरेप के मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब वह पीड़िता के परिवार से मिलने उनके घर गए थे, तो उन्हें यह बताया गया कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़िता का परिवार घर में बंद है. राहुल ने सवाल उठाया कि क्या उत्तर प्रदेश में मनुस्मृति लागू है, क्या यहां भारतीय संविधान नहीं है. उन्होंने कहा कि मनुस्मृति में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव और अन्याय की बातें लिखी गई हैं, जो वर्तमान सरकार की नीतियों से मेल खाती हैं.
पीड़ित परिवार को धमकाया जा रहा हैः राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीड़िता के परिवार को धमकाया जा रहा है और उन्हें न्याय मिलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पीड़िता के परिवार को न्याय नहीं दिया, तो इंडिया गठबंधन उस मामले में आगे बढ़ेगा और न्याय दिलाने के लिए अंतिम प्रयास करेगा.
संविधान और सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी
राहुल गांधी ने संविधान पर बोलते हुए कहा कि भारतीय संविधान में भारतीयता की कोई झलक नहीं है और यह उस किताब से बेहतर होना चाहिए, जिसके जरिए भारत चलता है. उन्होंने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए संविधान की किताब के साथ 'मनुस्मृति' की किताब भी दिखाई और आरोप लगाया कि सावरकर ने भारतीय संविधान को लेकर टिप्पणी की थी कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है. उन्होंने कहा, "आपके नेता ने जो कहा था, क्या आप उसका अनुसरण कर रहे हैं? क्या आप इस संविधान को पूजा जा रहे हैं जबकि यह भारतीयता से दूर है?"