
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दौरे पर हैं. ओम बिरला ने यूएई की संसद फेडरल नेशनल काउंसिल को भी संबोधित किया. यूएई की संसद को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यूएई और भारत को आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़नी चाहिए. इसके लिए रोडमैप के साथ फ्रेमवर्क बनाकर दोनों देशों को काम करना होगा.
लोकसभा के स्पीकर ने यूएई की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की नीति आतंकवाद को लेकर स्पष्ट और कड़ी है. यूएई में हाल में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि आतंक हमारे लिए साझा समस्या है. आर्थिक और वैचारिक आतंकवाद से निपटने के लिए दोनों देशों की साझा जिम्मेदारी होनी चाहिए. आतंक के आर्थिक ताने-बाने से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच लीगल फ्रेमवर्क तैयार करना होगा.
ओम बिरला ने भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने जिक्र करते हुए कहा कि यह मौका है कि दोनों देश आपसी रिश्तों को और मजबूत बनाएं. दोनों देशों के लोगों ने एक दूसरे-देश की यात्रा कर, व्यावसायिक रिश्ते बनाकर आपसी संबंधों को मजबूती दी है. उन्होंने साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूएई दौरे और 2016 में यूएई के क्राउन प्रिंस के भारत दौरे का भी जिक्र किया और कहा कि इससे भी दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं. बिरला ने यूएई को मिनी इंडिया बताया और कहा कि प्रवासी भारतीय दोनों देशों के रिश्ते में अहम कड़ी हैं.
लोकसभा के स्पीकर ने अमीरात के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहायन से भी मुलाकात की और संसद में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर बधाई दी. आर्थिक ताकत बनने की ओर से तेजी से कदम बढ़ा रहे भारत में निवेश करने की अपील करते हुए उन्होंने यूएई के निवेशकों को आश्वस्त किया कि भारत अपनी क्षमताओं को उनके साथ साझा करने के लिए तैयार है.
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि भारत अंतरिक्ष और आईटी के क्षेत्र में भी यूएई के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है. इससे पहले, संयुक्त अरब अमीरात की फेडरल नेशनल काउंसिल के अध्यक्ष सकर गोबाश ने लोकसभा स्पीकर बिरला का स्वागत किया.