
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके बेटे अनिल प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वाले उनकी कंपनी के पूर्व निदेशक बृजभवन चौबे ने सुरक्षा की मांग की है. फिलहाल पूर्व मंत्री गायत्री को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं.
निदेशक बृजभवन चौबे ने शुक्रवार शाम लखनऊ पुलिस से मिलकर गायत्री से अपनी जान को खतरा बताया. लखनऊ में गोमतीनगर विस्तार की पुलिस बृजभवन के आरोपों की जांच करने के साथ ही उनके अलावा गायत्री और उसके बेटे अनिल के बैंक अकाउंट खंगालने की तैयारी कर रही है.
बृजभवन चौबे का कहना है कि पूर्व मंत्री गायत्री के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कराने के बाद से ही गायत्री के गुर्गे उनके पीछे लग गए हैं. कुछ लोगों ने उनका पीछा कर धमकाया भी था, जिसके चलते वह और उनका परिवार दहशत में है.
निदेशक ने पुलिस से मांगी सुरक्षा
निदेशक चौबे ने पुलिस आयुक्त से मिलकर सुरक्षा की मांग की. उनका आरोप है कि पूर्व मंत्री और उन पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने सांठगांठ कर ली है.
निदेशक का यह भी आरोप है कि पूर्व मंत्री के कहने पर उन्होंने अपना व अपनी पत्नी का प्लॉट तथा दो मकान महिला को दिए थे. गायत्री की बेनामी संपत्तियां बेचकर महिला को करोड़ों रुपये भी दिए गए.
निदेशक बृजभवन ने पूर्व मंत्री की कई बेनामी संपत्तियों की जानकारी होने की बात भी कही है जिससे गायत्री और उनके खेमे में हड़कंप मचा हुआ है. उन्होंने बुधवार देर रात गोमतीनगर विस्तार थाना में गायत्री प्रसाद प्रजापति, उनके बेटे अनिल प्रजापति, उन पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, रंगदारी, धमकाने और साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज कराया था.