
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में करोड़ों लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं. लाखों श्रद्धालु हर दिन पहुंच रहे हैं. इस बीच हवाई उड़ान का किराया आसमान छू रहा है. इसे लेकर तमाम शिकायतें आ चुकी हैं कि एयरलाइंस प्रयागराज जाने और वहां से आने के लिए नॉर्मल किराए से 4 से 5 गुना ज्यादा किराया वसूल रही हैं. अब इसके मद्देनजर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को एयरलाइनों से उचित टिकट कीमतें बनाए रखने को कहा है.
सूत्रों के मुताबिक देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने शहर के लिए किराए में 30-50 प्रतिशत की कमी की है. यह घटनाक्रम ऐसे दिन हुआ है जब उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा था कि प्रयागराज की उड़ानों के लिए हवाई किराया अत्यधिक अधिक है और उन्होंने विमानन नियामक डीजीसीए से कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया था.
अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइनों से टिकट की कीमतों को तर्कसंगत बनाने के लिए कहा है. बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने सचिव वी. वुलनाम, डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) के महानिदेशक फैज अहमद किदवई और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रयागराज उड़ानों के संबंध में एयरलाइन प्रतिनिधियों से मुलाकात की.
मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने 144 वर्षों में एक बार होने वाले महाकुंभ महोत्सव के दौरान उचित किराए को बनाए रखते हुए देश भर से प्रयागराज के लिए हवाई संपर्क की पर्याप्तता की समीक्षा की.
केंद्रीय मंत्री ने दिए ये निर्देश
मंत्रालय के अनुसार, 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम में भाग लेने वाले लाखों श्रद्धालुओं को निर्बाध और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करने के लिए नियमित समन्वय बैठकें आयोजित की गई हैं. एक्स पर एक पोस्ट में, मंत्री नायडू ने यह भी कहा कि उन्होंने महाकुंभ के दौरान उचित किराए को सुनिश्चित करते हुए प्रयागराज देश के लिए हवाई संपर्क की पर्याप्तता की समीक्षा करने के लिए एयरलाइन प्रतिनिधियों से मुलाकात की.
सूत्रों के मुताबिक कहा कि इंडिगो ने प्रयागराज के लिए उड़ानों के किराए में 30-50 प्रतिशत की कमी की है.
हालांकि एयरलाइन की ओर से अभी कोई टिप्पणी नहीं की गई है.
वर्तमान में कितना है किराया?
बता दें कि 16 फरवरी के लिए दिल्ली-प्रयागराज उड़ानों के लिए इंडिगो का किराया अब 13,500 रुपये से थोड़ा अधिक है. इसकी वेबसाइट के अनुसार, 31 जनवरी के लिए टिकट की कीमत 21,200 रुपये से अधिक है और 12 फरवरी के लिए सबसे कम कीमत लगभग 9,000 रुपये है.
वर्तमान में, देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और अहमदाबाद से प्रयागराज के लिए सेवाएं संचालित करती है. एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि एयरलाइन प्रयागराज के लिए क्षमता बढ़ा रही है.
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "हमने 28 जनवरी को मुंबई से एक विशेष दैनिक सेवा शुरू की है और 1 फरवरी से दिल्ली से दूसरी दैनिक सेवा शुरू कर रहे हैं. इन उड़ानों के जुड़ने से कुंभ जाने वाले हवाई यात्रियों को किफायती किराए पर अधिक सुविधाजनक यात्रा की सुविधा मिलेगी."
हवाई टिकट की कीमतों पर नियंत्रण नहीं
देश में हवाई टिकट की कीमतों पर नियंत्रण नहीं है और किराए की कोई सीमा या न्यूनतम सीमा नहीं है. कई बार ऐसा देखा जाता है कि किसी भी बड़े इवेंट या त्योहार के दौरान टिकटों की कीमतों में बड़ा उछाल आ जाता है. इससे पहले दिन में मंत्री जोशी ने कहा कि हवाई किराए के अत्यधिक ऊंचे होने से लोगों के लिए महाकुंभ में भाग लेने के लिए यात्रा की योजना बनाना मुश्किल हो गया है.
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए, हमने हवाई किराए की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाने के लिए @DGCAIndia को लिखा है."
एयरलाइनों ने नहीं की कोई टिप्पणी
एयर इंडिया, अकासा एयर और स्पाइसजेट की ओर से प्रयागराज की उड़ान के किराए पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई. सोमवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि प्रयागराज के लिए उड़ानों के लिए हवाई किराए को युक्तिसंगत बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और बढ़ती यातायात मांग को पूरा करने के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ा दी गई है.
गौरतलब है कि वर्तमान में, विभिन्न भारतीय शहरों से प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों वाली 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं. प्रयागराज 17 शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है, जबकि दिसंबर 2024 में यह आठ शहरों से जुड़ा होगा. मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि प्रयागराज श्रीनगर और विशाखापत्तनम सहित 26 शहरों तक सीधी और कनेक्टिंग उड़ानों के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है. 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी को समाप्त होगा.