
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के खामगांव तहसील के आवार गांव में होली के त्योहार के दौरान एक विवाद ने दो गुटों के बीच गहरी दरार पैदा कर दी. यह घटना रंगपंचमी के उत्सव के बीच हुई, जब डीजे पर गाने बजाने को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए. इस विवाद का परिणाम तीखी नोकझोंक और बाद में झड़प के रूप में सामने आया. इस दौरान लोगों ने पथराव भी किए.
हालात तब बिगड़े जब झड़प में दो लोग घायल हो गए, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए खामगांव शहर के अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 36 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अब तक की कार्रवाई में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, आवार गांव में फिलहाल शांति का माहौल है. पुलिस प्रशासन पूरी मामले पर नजर बनाए हुई है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने की कोशिश की जा रही है.
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रत्नागिरी में भी शिमगा जुलूस के बाद हुआ तनाव
इसी बीच, रत्नागिरी जिले के अन्य क्षेत्रों से भी शांति बनाए रखने की अपील की गई है. एसपी धनंजय कुलकर्णी ने स्पष्ट किया कि रत्नागिरी में कुछ स्थानों पर निकाले गए शिमगा जुलूस के दौरान कुछ युवकों ने मस्जिद पर हमले की अफवाह फैलाई थी.
यह जुलूस एक धार्मिक आयोजन का हिस्सा होता है, जहां पेड़ के तने को विभिन्न धार्मिक स्थलों पर ले जाया जाता है. पुलिस ने इस मामले में नारेबाजी और गैरकानूनी संगठनों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं.
मस्जिद से होकर गुजरता है जुलूस
राजापुर पुलिस के मुताबिक, हर साल आयोजित होने वाला शिमगा जुलूस सखालकरवाड़ी से शुरू होकर धोपेश्वर मंदिर पर समाप्त होता है, जो करीब दो किलोमीटर की दूरी पर है.
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यह जुलूस जवाहर चौक मस्जिद से होकर गुजरता है, जहां बीते दिन बड़ी संख्या में लोगों ने शिमगा से कथित रूप से मस्जिद के गेट को तोड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों ने नारेबाजी की थी जिनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं.