
महाराष्ट्र में 'लड़की बहन' योजना को लेकर विवाद की खबर आई है. यहां एक परिवार की दो महिलाओं ने महाराष्ट्र सरकार की 'लड़की बहिन' योजना के विज्ञापन होर्डिंग के लिए उनकी सहमति के बिना उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल करने के लिए एक स्थानीय भाजपा विधायक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.
क्या बोले विधायक?
होर्डिंग लगाने वाले शिवाजीनगर विधायक सिद्धार्थ शिरोले ने कहा कि इसे एक बाहरी एजेंसी ने डिजाइन किया है, लेकिन महिलाओं को ठेस पहुंचने पर उन्होंने माफी मांगी.
महिलाओं ने कहा, तस्वीरें देखकर हुआ परिवार में विवाद
एकनाथ शिंदे सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले पिछले महीने 'लड़की बहिन' योजना शुरू की थी. योजना के तहत पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह मिलते हैं. महिलाओं में से एक ने कहा कि उनकी जानकारी के बिना उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल करने से परिवार में विवाद हुआ.
'बिना सहमति और जानकारी के हुआ फोटो का प्रयोग'
उन्होंने कहा, "लोग पूछ रहे हैं कि क्या हमने बदले में कोई पैसा लिया." विधायक शिरोले ने कहा कि विज्ञापन एक एजेंसी द्वारा डिजाइन किया गया था जिसने शुल्क का भुगतान करके एक ऑनलाइन इमेज डिपॉजिटरी से तस्वीरें प्राप्त की थीं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "लेकिन अगर इन दोनों महिलाओं को लगता है कि उनकी भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं उनसे माफी मांगता हूं."
मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना के तहत 21-65 वर्ष आयु वर्ग की उन महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे जिनकी पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है.