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महाराष्ट्र: सरकारी वकील का फर्जी लेटर बनाकर कोर्ट पहुंचा वकील, डिप्टी सेक्रेटरी पर केस दर्ज

आरोप है कि डिप्टी सेक्रेटरी भालेराव ने स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर का फर्जी लेटर बनाने में वकील शेखर जगताप की मदद की. अभियुक्त श्याम सुंदर अग्रवाल को बचाने के लिए ये धोखाधड़ी की गई. श्याम सुंदर अग्रवाल दरअसल छोटा शकील के साथ एक एफआईआर में नामजद है.

A judge holding a gavel A judge holding a gavel
दीपेश त्रिपाठी
  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:48 PM IST

मुंबई पुलिस ने स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर का फर्जी लेटर बनाने में मदद के लिए डिप्टी सेक्रेटरी किशोर भालेराव के खिलाफ मामला दर्ज किया है. 

आरोप है कि डिप्टी सेक्रेटरी भालेराव ने स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर का फर्जी लेटर बनाने में वकील शेखर जगताप की मदद की. अभियुक्त श्याम सुंदर अग्रवाल को बचाने के लिए ये धोखाधड़ी की गई. श्याम सुंदर अग्रवाल दरअसल छोटा शकील के साथ एक एफआईआर में नामजद है. इसके साथ ही श्याम सुंदर अग्रवाल और शरद अग्रवाल के नाम एफआईआर में दर्ज किए गए हैं. 

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एडवोकेट शेखर जगताप अपने मुवक्किल श्याम सुंदर अग्रवाल को बचाने के लिए स्पेशल पीपी नहीं होने के बावजूद भी सत्र अदालत और हाईकोर्ट में स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर होने का दावा करते हुए पेश हुए. 

यह मामला उजागर होने पर गृह विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी किशोर भालेराव को सस्पेंड कर दिया गया है क्योंकि स्पेशल पीपी के नाम से लेटर जारी करने में किशोर भालेराव ने मदद की थी. शिकायतकर्ता का कहना है कि इसी तरीके से फर्जी लेटर बनाकर एडवोकेट शेखर जगताप स्पेशल पीपी के तौर पर कई बार कोर्ट में पेश हुआ. 

श्याम सुंदर अग्रवाल पर मामला दर्ज किया गया है क्योंकि उस पर आरोप था कि उसने अपने संपत्ति विवाद को सुलझाने के लिए श्याम सुंदर अग्रवाल एक तरह से छोटा शकील से धमकी भरे फोन करवाता था. 

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