
देश में प्याज की सबसे ज्यादा आपूर्ति महाराष्ट्र से होती है. राज्य के प्याज उत्पादक किसान परेशान हैं. उनका कहना है कि वो पहले ही फसल की लागत बढ़ने से परेशान हैं और दूसरी ओर केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगा दी है. यही हाल रहा तो किसानों को उनकी लागत भी नहीं मिल पाएगी. ऐसी स्थिति में प्याज उत्पादक किसान महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिल कर अपनी परेशानी बताना चाहते हैं.
किसान परिवार से जुड़े एक शख्स का दावा है कि कई बार आग्रह करने के बाद भी प्याज उत्पादक किसानों को राज्यपाल से मुलाकात के लिए अब तक समय नहीं मिला है. हालांकि राजभवन से संपर्क किए जाने पर जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि ऐसा निवेदन प्राप्त हुआ है और उन्हें मिलने का वक्त दिया जाएगा.
सोलापुर जिले की बारशी तहसील के रहने वाले वीरेश आंधलकर किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने राज्यपाल को लिखे पत्र में विस्तार से बताया कि किसानों को किस तरह के मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है. आंधलकर ने राज्यपाल को ये भी लिखा कि आपने हाल में कुछ फिल्म स्टार्स और राजनेताओं से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना, इसलिए आशा है कि आप संकट में फंसे किसानों को भी राहत दिलाएंगे.
अपॉइंटमेंट दिया जाएगा
आजतक/इंडिया टुडे ने इस संबंध में वस्तुस्थिति जानने के लिए राजभवन से संपर्क किया. राजभवन के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) उमेश काशीकर से वीरेश आंधलकर के पत्र के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इनका निवेदन प्राप्त हुआ है और उन्हें अपॉइंटमेंट भी दिया जाएगा.
काशीकर के मुताबिक माननीय राज्यपाल अपने व्यस्त कार्यक्रम में से वक्त निकालकर, नागरिकों से मिलते ही हैं, वे दिनभर में करीब 50 लोगो से मिलते हैं. काशीकर ने बताया, “माननीय राज्यपाल किसानों के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल से मिल चुके हैं, उन्हें मामले का संज्ञान है, वीरेश अंधालकर का आग्रह माननीय राज्यपाल के समक्ष है.”
वीरेश आंधलकर ने पंकज चिवटे और निखिल सातपुते एवं अन्य के साथ मंगलवार को पंढरपुर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार से मुलाकात की. साथ ही उन्हें प्याज उत्पादक किसानों की समस्याएं बताईं. राज्यसभा सांसद पवार ने उनकी बात गंभीरता से सुनी और अपनी तरफ से हर कोशिश करने का भरोसा दिया. साथ ही राज्य सरकार को उनकी समस्याओं से अवगत कराने का वादा भी किया.
वीरेश आंधलकर ने राज्यपाल को लिखे पत्र को ट्वीट भी किया. इस पत्र में आंधलकर ने लिखा है.
“श्रीमान, मैं वीरेश आंधलकर, मैं एक पदवीधर (स्नातक) हूं और मेरे पुरखों की जमीन है, कोरोना और लॉकडाउन के कारण गांव वापस आना पड़ा, यह स्थिति मेरे अकेले की नहीं बल्कि राज्य में बहुत से किसानों के बच्चे जो शहर में पढ़ने और काम कर रहे थे उनकी है, जो आज अपने गांव वापस आए हुए हैं.'
बेरहम बारिश से जो थोड़ी बहुत फसल बचती थी उसे बेचने में आने वाली परेशानियों के कारण ही हमारे माता-पिता ने हमे पढ़ा-लिखाकर शहर में नौकरी के लिए भेजा. खेती करने की इच्छा होने के बावजूद भी हमें शहर में काम करना पड़ रहा है, लेकिन विश्व मे फैली कोरोना महामारी से अब वापस गांव आना पड़ा. इसलिए पुरखों की जमीन से फसल निकालने के लिए किसानों के पुत्रों ने खून-पसीना एक कर दिया. इस बार मौसम ने भी साथ दिया लेकिन फिर भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. किसी तरह प्याज़ की फसल ठीक-ठाक हुई, लेकिन केंद्र सरकार ने जो प्याज की निर्यात पर रोक लगाई उससे प्याज़ के दामों में भारी गिरावट के आसार हैं.
प्याज उत्पादन के प्रति एकड़ 35 से 40 हजार रुपये दाम जा रहे थे, लेकिन अब दाम कम मिलने के कारण जो लागत लगी थी वह भी नहीं मिलेगी. बड़ी मेहनत से फसलों को किसान सींचते है, किसान अंधेरों में अपनी फसल को पानी देता है, फसलों को कीड़े से बचाने के लिए हजारों रुपयों की दवाई लगाते हैं. सरकार के दरबार मे न किसानों की चिंता है न उनकी फसलों की.
आप पूरे राज्य का आधार हैं, आजतक कई फिल्मी कलाकारों और राजनेताओं ने आपसे मिलकर उनके प्रश्न सुलझाए. नैसर्गिक और सरकारी संकट में फंसे किसानों को आप ही सहारा दे सकते हैं, इसलिए उपरोक्त समस्याओं का बखान करने के लिए आपसे मुलाकात जरूरी है. दूसरों की तरह हमें भी मिलने का समय दीजिए यह आपसे हाथ जोड़कर विनती है.”
शरद पवार किसानों से मिले
एनसीपी विधायक रोहित पवार ने भी ट्वीट कर राज्यपाल से प्याज उत्पादक किसानों को मुलाकात के लिए वक्त देने का आग्रह किया है. शरद पवार के बड़े भाई दिवंगत अप्पा साहेब पवार के पोते रोहित पवार ने ट्वीट में लिखा है कि “आज तक आपने कलाकार, विरोधी पक्ष के नेताओं की बात सुनने के बाद सरकार को निर्देश दिए, मुझे विश्वास है कि आप उन्हें भी मिलने के लिए समय देंगे.”
बता दें किं हाल में फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के मुंबई स्थित दफ्तर पर बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) ने तोड़फोड़ की कार्रवाई की थी. इसके बाद कंगना मुलाकात के लिए समय मिलने पर अपनी बहन रंगोली के साथ राजभवन गई थीं, जहां राज्यपाल ने उनकी बात सुनी थी.
इसी तरह निर्माता-निर्देशक अनुराग कश्यप पर सैक्सुअल हरैसमेंट का आरोप लगाने वाली अभिनेत्री पायल घोष ने 29 सितंबर को राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की. पायल ने खुद को खतरा बताते हुए वाई श्रेणी की सुरक्षा मांग करते हुए एक ज्ञापन भी राज्यपाल को सौंपा था.