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महुआ की संसद सदस्यता जाने का संकट? बीजेपी का तंज- महंगी कॉस्मेटिक चीजों और गिफ्ट के चक्कर में नहीं पड़तीं बंगाल की महिलाएं

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी के आरोप हैं. इस संबंध में गुरुवार को लोकसभा की एथिक्स कमेटी एक बैठक करेगी. सूत्रों का कहना है कि ड्राफ्ट रिपोर्ट में मोइत्रा के खिलाफ कड़ी सजा की बात कही गई है. इस मामले में बीजेपी ने महुआ पर तंज कसा है तो कांग्रेस को बचाव में देखा गया है. टीएमसी अभी भी पूरे मामले से दूरी बनाए देखी जा रही है.

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा. (फाइल फोटो) टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा. (फाइल फोटो)

कैश-फॉर-क्वेरी मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा मुश्किलों में हैं और पार्टी भी बचाव करने की बजाय शुरुआत से ही दूरी बनाए देखी जा रही है. इस बीच, चर्चा है कि एथिक्स कमेटी ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश करने जा रही है. कमेटी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को आधार बनाया है और महुआ के आचरण को अनैतिक बताया है. ऐसे में महुआ के राजनीतिक भविष्य को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. कांग्रेस से लेकर बीजेपी नेताओं ने बयान दिए हैं. महुआ ने आरोपों को निराधार बताया है. जानिए किसने क्या कहा...

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बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया है. दुबे ने इसकी शिकायत लोकसभा स्पीकर से की थी. मामले में लोकसभा की एथिक्स कमेटी जांच कर रही है. दुबे का आरोप है कि नकदी और गिफ्ट के बदले संसद में सवाल पूछने के लिए महुआ मोइत्रा और कारोबार दर्शन हीरानंदानी के बीच 'रिश्वत' का लेन-देन हुआ था. दुबे ने वकील जय अनंत देहाद्राई के पत्र का हवाला दिया, जिसमें मोइत्रा और हीरानंदानी के बीच कथित आदान-प्रदान के 'सबूत' का जिक्र किया गया है. एथिक्स कमेटी ने 500 पेज की रिपोर्ट तैयार की है. इसमें लोकसभा सचिवालय से महुआ के खिलाफ कड़ी सजा की सिफारिश की है. एथिक्स कमेटी के चेयरमैन और बीजेपी सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता में गुरुवार को फिर एक बैठक होने जा रही है. इस बैठक में कमेटी की ड्राफ्ट रिपोर्ट को फाइनल किया जाएगा. उसके बाद लोकसभा सचिवालय में सबमिट की जाएगी. इस मीटिंग में पैनल में शामिल विपक्षी सदस्यों के जोरदार विरोध किए जाने की संभावना है.

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महुआ मोइत्रा ने क्या कहा...

आरोपों के बीच टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने महिला कार्ड खेला है. उन्होंने कहा- दरअसल आपका पाला पहले किसी बंगाली महिला से नहीं पड़ा है शायद. हमारे लिए बंगाली महिलाओं का मतलब देवी, मां काली है, लेकिन आपके लिए वे सिर्फ एक वस्तु हैं. आप मेरी जैसी महिला को स्वीकार करना नहीं चाह रहे हैं . मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि वे (भाजपा सरकार) बेघर हो जाएं.

'आपका बंगाली महिला से पाला नहीं पड़ा होगा?'

महुआ ने कहा, यह बीजेपी सरकार, एजेंसी सरकार है. मैंने अभी सुना कि झारखंड बीजेपी सांसद (निशिकांत दुबे) ने अपने ट्वीट में मेरे खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की. अगर वे जानना चाहते हैं कि मेरे पास कितने जोड़ी जूते हैं तो उन्हें मेरे घर अवश्य आना चाहिए. लेकिन मैं जानना चाहती हूं कि क्या एजेंसियों के हाथ में इतना कुछ है? जबकि अडानी के 13,000 करोड़ के कोयला घोटाले की जांच अभी भी लंबित है? उनके पास इसके लिए पर्याप्त शक्ति नहीं है, लेकिन मेरे पास मौजूद जूते के नंबर ढूंढने के लिए उनके पास समय और ऊर्जा है. उनके पास अडानी और गृह मंत्रालय अमित शाह से जुड़े राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे की जांच करने का समय नहीं है. दरअसल, आपका पहले किसी बंगाली महिला से पाला नहीं पड़ा होगा. हम बंगालियों के लिए महिलाओं का मतलब देवी, मां काली है, लेकिन आपके लिए वे सिर्फ एक वस्तु हैं. आप एक महिला को मेरे रूप में स्वीकार नहीं करना चाहते हैं. मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि वे (भाजपा सरकार) बेघर हो जाएं. अगले चार महीनों तक वे (भाजपा) तृणमूल कांग्रेस और उसके नेताओं को बदनाम करने की कोशिश करेंगे लेकिन हम हिलेंगे नहीं. हमें मजबूत और एकजुट रहना है.

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'बंगाल की महिलाएं गई-गुजरी नहीं'

पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने महुआ पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, बंगाल की महिलाएं मां काली की तरह बनना चाहती हैं, तुम्हारी तरह नहीं. बंगाल की महिलाएं गई-गुजरी नहीं हैं जो मेकअपल, कॉस्मेटिक्स के लालच में आ जाएं. मजूमदार का कहना था कि मुझे समझ नहीं आ रहा कि वो किस मां काली की बात कर रही हैं. वो मां काली का अपमान करती हैं. बंगाल की महिलाएं तो मां काली का प्रतिरूप हैं लेकिन उनके जैसी महिलाएं नहीं. बंगाल की महिलाएं सस्ती नहीं हैं. वे महंगी कॉस्मेटिक चीजों और गिफ्ट के चक्कर में नहीं पड़ेंगी. दुबई से उनकी लॉगिन आईडी कैसे एक्सेस की गई और उनके सिस्टम में सवाल कैसे फीड किए गए?

'किसी की सदस्यता कैसे खारिज कर सकते हैं?'

पश्चिम बंगाल के कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा, मुझे शुरू से पता था कि जांच का क्या होगा. ये सिर्फ महुआ मोइत्रा की सदस्यता खारिज करना चाहते हैं. ये कमेटि का एक ही मंसूबा था कि महुआ के खिलाफ एक्शन लें. कमेटी ने बहुत जल्दी-जल्दी काम किया. किसी की सदस्यता कैसे खारिज कर सकते हैं. कमेटी में डिस्कस करते हैं और मीडिया में खबर फैलाते हैं.

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'महुआ अपनी लड़ाई खुद लड़ सकती हैं'

वहीं, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने भी महुआ को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा, महुआ अपनी लड़ाई खुद लड़ सकती हैं. अभिषेक ने एथिक्स कमेटी के एक्शन पर सवाल उठाया और इसकी तुलना रमेश विधुर मामले से की.

'महुआ पर गंभीर आरोप हैं'

एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर ने कहा, महुआ पर आरोप सीरिएस हैं . पिछली मीटिंग से ये लोग वॉकआउट कर गए थे, जो एक ड्रामा था. आज मीटिंग मं विस्तृत चर्चा होगी जिसमें और भी चीजें डिस्कस होंगी. एथिक्स कमेटी बातचीत के लिए तैयार है.

(इनपुट- गोपाल ठाकुर, पीयूष मिश्रा)

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