
पिछले साल पश्चिम बंगाल चुनाव में सीएम ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी को प्रशांत किशोर की पूरी मदद मिली थी. किशोर की कंपनी I-PAC ने भी चुनावी रणनीति बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई थी. लेकिन अब I-PAC और टीएमसी के बीच दूरियां बढ़ने लगी हैं. ताजा मामला ममता सरकार में मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य को लेकर हैं जिन्होंने दावा कर दिया है कि उनके अकाउंट से "One Man One Post" को लेकर कुछ पोस्ट शेयर की गई हैं. इस बारे में उनसे कोई परमीशन नहीं ली गई थी.
One Man One Post पर टीएमसी में बवाल
अब जानकारी के लिए बता दें कि टीएमसी ने पिछले साल जून में One Man One Post पहल को शुरू किया था. तब I-PAC कंपनी ने भी इसे अपनी स्वीकृति दी थी और कई युवा कार्यकर्ताओं ने इसका समर्थन किया था. तब सीएम ममता बनर्जी ने भी इसकी पैरवी की थी. लेकिन फिर जब कोलकाता निकाय चुनाव के लिए Firhad Hakim को टिकट दिया गया तो ममता बनर्जी ने इसका समर्थन किया.ऐसे में पार्टी के अंदर ही One Man One Post के दावों को लेकर सवाल खड़े हो गए. लेकिन अब इस पहल ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है.
टीएमसी सरकार में मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा है कि उन्हें बिना जानकारी में लिए उनके सोशल मीडिया अकाउंट से ट्वीट किए गए हैं. उन्होंने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है. अब इस विवाद पर I-PAC ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. I-PAC के मुताबिक वे किसी भी नेता की डिजिटल प्रापर्टी का इस्तेमाल नहीं करती है. जो भी ऐसे दावे कर रहा है, उसे या तो जानकारी नहीं है या फिर वो सिर्फ झूठ बोल रहा है. वहीं इस बात पर भी जोर दिया गया है कि जो सोशल मीडिया अकाउंट बनाए गए थे, वो सिर्फ बंगाल चुनाव से पहले तक सक्रिय थे. बाद में सभी पासवर्ड पार्टी को सौंप दिए गए थे और हर फैसला दल द्वारा ही लिया जा रहा था.
ममता-प्रशांत में अनबन?
वैसे अभी के लिए इस One Man One Post पहल की वजह से टीएमसी के अंदर ही एक अंदरूनी जंग शुरू हो गई है. अभिषेक बनर्जी के इस आइडिया को युवा नेताओं का तो पूरा समर्थन मिल रहा है, उन सभी की तरफ से ट्वीट कर भी सहमति जताई जा रही है. लेकिन कई दिग्गज इससे नाराज हो गए हैं. खबर तो ये भी है कि अब ममता बनर्जी अपने दम पार्टी को आगे बढ़ाना चाहती हैं. वे किसी भी बाहरी एजेंसी का इसमें हस्तक्षेप नहीं चाहतीं. यही कारण है कि उनकी प्रशांत किशोर संग अनबन की खबरें चर्चा का विषय बन गई हैं.
अभी के लिए इस विवाद को सुलझाने के लिए खुद ममता बनर्जी एक्शन मोड में आ गई हैं. उन्होंने कल यानी की शनिवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में अभिषेक बनर्जी भी शामिल होने वाले हैं. खबर तो ये भी है कि अगर अभिषेक बनर्जी के मुद्दों को सुलझाया नहीं गया, तो वे अपने राष्ट्रीय महासचिव के पद से भी इस्तीफा दे सकते हैं.