
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की BCCI के अध्यक्ष पद से विदाई तय मानी जा रही है. पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी 18 अक्टूबर को औपचारिक तौर पर सौरव गांगुली की जगह लेंगे. अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सौरव गांगुली की तारीफ करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है. ममता बनर्जी ने कहा कि सौरव गांगुली हमारा गर्व हैं. वे कुशल प्रशासक रहे हैं. लेकिन अमित शाह के बेटे BCCI में बने हुए हैं, लेकिन सौरव गांगुली को हटा दिया गया. हम जानना चाहते हैं कि आखिर इरादा क्या है?
ममता बनर्जी ने सौरव गांगुली की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि सौरव गांगुली को क्यों हटाया गया, जबकि अमित शाह के बेटे BCCI में बने हुए हैं. हम ये जानना चाहते हैं कि आखिर इसके पीछे इरादा क्या है. उन्होंने कहा, दादा को BCCI से हटाने की भरपाई उन्हें ICC में भेज कर ही की जा सकती है. ऐसे में मेरी पीएम मोदी से अपील है कि वह सुनिश्चित करें कि गांगुली आईसीसी में जाएं. हमें उनपर गर्व है.
ममता ने कहा कि सौरव एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं. मैं भारत सरकार से अपील करती हूं कि राजनीतिक तौर पर ऐसे फैसले न लें, वह राजनीतिक पार्टी के सदस्य नहीं हैं.
2019 में BCCI अध्यक्ष बने थे सौरव गांगुली
सौरव गांगुली 2019 में BCCI अध्यक्ष बने थे. उनका कार्यकाल इसी साल अक्टूबर में खत्म हो रहा है. समाचार एजेंसी के मुताबिक, सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष के पद पर बना रहना चाहते थे. बीसीसीआई के सूत्रों के मुताबिक, गांगुली को आईपीएल चेयरमैन बनने का भी ऑफर दिया गया था. लेकिन उन्होंने इस ऑफर से इनकार कर दिया था.
अब आगे क्या?
अब सौरव गांगुली एक बार फिर बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन में अपनी वापसी का इरादा बना चुके हैं. वे बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव लड़ने जा रहे हैं. गांगुली पहले भी सीएबी के प्रेसिडेंट रह चुके हैं. साल 2015 में जगमोहन डालमिया के निधन के बाद गांगुली ने सीएबी का अध्यक्ष पद को संभाला था. वह अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने से पहले तक सीएबी में इस पद पर रहे थे.
इससे पहले सौरव गांगुली ने अध्यक्ष पद से हटने को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी थी. सौरव गांगुली ने कहा था, 'पिछले तीन सालों में कई अच्छी चीजें हुई हैं. कोरोना काल में आईपीएल हुआ जो पूरे देश के लिए कठिन समय था. प्रसारण अधिकार रिकॉर्ड दाम पर बिके. अंडर 19 टीम ने विश्व कप जीता. काश महिला टीम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीत पाती, वे ऑस्ट्रेलिया को हरा सकते थे. सीनियर टीम ऑस्ट्रेलिया में जीती. बतौर प्रशासक ये सुनहरे पल थे.'