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मंगलुरु ऑटो ब्लास्ट: मुख्य आरोपी शारिक ISIS से प्रभावित, घर से बम बनाने का सामान बरामद

बीते शनिवार को मंगलुरु में एक चलती ऑटो में ब्लास्ट हुआ था. इसके बाद ऑटो में आग लग गई थी. इस घटना में ऑटो का ड्राइवर और शाकिर दोनों जल गए थे. पुलिस का कहना है कि शारिक और उसके सहयोगी इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित थे और वे आईएसआईएस के एजेंडे के अनुसार आतंकी गतिविधियों की साजिश रच रहे थे.

धमाके में घायल शारिक (फोटो- आजतक) धमाके में घायल शारिक (फोटो- आजतक)
सगाय राज
  • नई दिल्ली,
  • 22 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:04 PM IST

कर्नाटक के मंगलुरु ऑटोरिक्शा ब्लास्ट केस की जांच कर रही पुलिस का दावा है कि इस घटना का मुख्य आरोपी मोहम्मद शारिक आईएसआईएस (ISIS) से प्रभावित था. शुरुआती जांच में पता चला है कि शारिक लंबे समय से आईएसआईएस के संपर्क में था. 

पुलिस ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि ये ब्लास्ट आम नहीं था, बल्कि बड़ा नुकसान पहुंचाने के इरादे से आतंकी घटना थी. इस धमाके में ऑटो में बैठा यात्री शारिक ही इस पूरी घटना का मुख्य आरोपी है. जो इस धमाके में 45 फीसदी जल गया. अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

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रिपोर्ट्स के मुताबक, यह भी सामने आया है कि शारिक ने शिवमोग्गा, तीर्थहल्ली और भद्रवती में युवाओं को कट्टरपंथी बनाया. कर्नाटक पुलिस ने इस ब्लास्ट को आतंकी घटना बताया था. 

बता दें कि शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली का रहने वाला 24 साल का शारिक शनिवार रात को ऑटोरिक्शा में आईईडी विस्फोटक लेकर जा रहा था कि अचानक मंगलुरु में उसमें ब्लास्ट हो गया. 

शारिक इस्लामिक स्टेट से प्रभावित

पुलिस का कहना है कि शारिक और उसके सहयोगी इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से प्रभावित थे और वे आईएसआईएस के एजेंडे के अनुसार आतंकी गतिविधियों की साजिश रच रहे थे. आरोपी अपने सहयोगियों के साथ जिहाद के कॉन्सेप्ट पर चर्चा करता था. शारिक चरमपंथ और कट्टरपंथ से जुड़ी पीडीएफ फाइल, वीडियो और ऑडियो भेजता रहता था.

शारिक ने नाम बदला था

इस ब्लास्ट से पहले शारिक ने मैसूर के केआर मोहल्ला के एक मोबाइल रिपेयर ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ली थी. उसने अपना नाम बदलकर प्रेम राज रखा था. पुलिस से बातचीत में मोबाइल ट्रेनिंग सेंटर के मालिक ने कहा कि जब भी गेट पर कोई हलचल होती थी, तो शारिक डर जाता था.

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उन्होंने बताया कि शारिक ने हमें बताया था कि वह कॉल सेंटर में नौकरी की तलाश में है और तब तक वह मोबाइल रिपेयरिंग का काम करना चाहता है. पुलिस को जांच में पता चला कि शारिक ने अपने सभी वॉट्सऐप ग्रुप में अपना नाम प्रेम राज रखा था. 

अन्य मामलों में आरोपी

शारिक का नाम कई सांप्रदायिक झड़प में सामने आया है. 15 अगस्त को शिवमोग्गा में सार्वजनिक स्थान पर वीडी सावरकर की तस्वीर लगाने को लेकर हुई झड़प में भी उसका नाम सामने आया था. 

इस संबंध में पुलिस ने मोहम्मद जबिहुल्ला उर्फ चरबी, सैयद यासीन और माज मुनर अहमद को गिरफ्तार किया था जबकि शारिक फरार था. 

शारिक के घर से बम बनाने का सामान बरामद

पुलिस को छापेमारी में शारिक के मैसूर स्थित किराए के घर से बम बनाने का सामान मिला था. इस दौरान बल्ब, माचिस, वायर, बैटरी, सल्फर, विस्फोटक, 14 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, एक पेन ड्राइव और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद किए गए थे.

शारिक की मेडिकल कंडीशन

पुलिस के मुताबिक, ब्लास्ट में शारिक 45 फीसदी झुलस गया है. फिलहाल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. उसकी हालत में अभी तक सुधार नहीं है और वह अपनी एक आंख नहीं खोल पा रहा है जबकि उसकी दूसरी आंख की रोशनी चली गई है. 

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