
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने उस बयान को फिर से दोहराया है जिसमें उन्होंने कहा था कि नरसिम्हा राव भाजपा के पहले प्रधानमंत्री थे. आजतक से बात करते हुए अय्यर ने कहा, 'हां मैंने कहा था कि नरसिम्हा राव बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री थे. हमने फैसला किया था कि चुनाव हारने के बाद विपक्ष का अधिवेशन होगा और इसके लिए थीम तैयार करनी थी. नरसिम्हा राव ने मुझे बोला कि इन सवालों के जवाब दो जिसका चरित्र एक तौर पर था कि हज मंजिल मुंबई में क्यों है? हिंदू के लिए कुछ क्यों नहीं है?'
बीजेपी की सोच वाले थे नरसिम्हा राव
मणिशंकर अय्यर ने आगे कहा, 'जब हम जवाब लिखकर लाए तो उन्होंने ये कहा कि मुझे नहीं देखना है. उन्होंने बोला कि क्या यह कांग्रेस की सोच है ? फिर क्या था अधिवेशन बिना किसी थीम पर हुआ. राजीव गांधी की सद्भावना यात्रा में भी नरसिम्हा राव ने कहा कि मेरी तबीयत खराब है और हिस्सा नहीं लिया.मेरी राम- रहीम रहीम यात्रा के बीच में ही मुझे बुला लिया गया. दिल्ली आया तब नरसिम्हा राव ने मुझे बोला कि मुझे यात्रा से दिक्कत नहीं है पर आपके सेकुलरिज्म से दिक्कत है. उन्होंने कहा कि यह हिंदू राष्ट्र है, मैं उछल गया मुझे लगा यह तो बीजेपी की सोच है.'
अय्यर ने बताया कि इस वाकये के बाद से मेरे मन में शक बैठ गया. उन्होंने कहा कि जब बाबरी विध्वंस हुआ तब राव पूजा कर रहे थे. नरसिम्हा राव ने एक बैठक में कहा कि पुराने जमाने में राजा साधु संतों की राय लेते थे पर इस बार साधु संतों ने उनकी राय नहीं मानी. मैंने ये सोचा ये किस तरह का प्रधानमंत्री है? जो राजा की बात कर रहे हैं और साधु संतों को राजनीति में लाता है.
अयोध्या में शिलान्यास कराना था पाप
अय्यर ने कहा, 'अयोध्या में शिलान्यास कराना राजीव गांधी को सबसे बड़ी गलती थी और मैं किसी और को दोषी नहीं खड़ा कर रहा हूं. अयोध्या में शिलान्यास कराना पाप था. मैंने राजीव को खुद कहा कि उनको अपने फैसले स्वयं लेने चाहिए थे. लेकिन अंत में तो प्रधानमंत्री का फैसला होता है.' अय्यर ने कहा कि शिलान्यास के चलते कांग्रेस चुनाव हारी और बीजेपी को इतनी ताकत मिली कि जिसके बाद हम बीजेपी को रोक नहीं पाए. उसके चलते प्रधानमंत्री अनेक बने और आप देख रहे हैं.
पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत
इससे पहले अय्यर ने कहा, 'क्या पाकिस्तान एक दुश्मन देश है? इस पर मेरा संक्षिप्त उत्तर यह है कि पाकिस्तानी दुश्मन लोग नहीं हैं. पाकिस्तान की सरकार बहुत सी ऐसी चीजें करती है जो उन्हें हमारा दुश्मन बनाती है. लेकिन वे हमारे प्रति कितनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और कितनी दूर हैं वे हमें उकसा रहे हैं? ...जब पाकिस्तान की बात आती है, तो हमारे पास उनके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने की हिम्मत है, लेकिन हमारे पास मेज पर बैठकर किसी पाकिस्तानी से बात करने की हिम्मत नहीं है.'
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिखाया कि पाकिस्तान के साथ बातचीत करके वे कश्मीर पर चार सूत्रीय समझौते पर पहुंच सकते हैं. उन्होंने कहा, 'जब तक हम पाकिस्तान के साथ मुद्दों को सुलझाने में सक्षम नहीं होते हैं, मुझे डर है कि पाकिस्तान हमारी गर्दन का बोझ बना रहेगा और हम कभी भी दुनिया के 'विश्वगुरु' नहीं बन पाएंगे.'