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'केंद्रीय बल मूकदर्शक बने, सुरक्षा का जिम्मा CM को सौंप दो', मणिपुर के विधायक ने अमित शाह को लिखी चिट्ठी

केंद्रीय गृह मंत्री को लिखे पत्र में मणिपुर के भाजपा विधायक ने मांग की है कि केंद्र सरकार को मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को एकीकृत कमान सौंप देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने के लिए कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार सीएम को कार्य करने की अनुमति मिलनी चाहिए.

मणिपुर में हुई हिंसा की एक तस्वीर (File Photo) मणिपुर में हुई हिंसा की एक तस्वीर (File Photo)
आशुतोष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:09 PM IST

पश्चिम इंफाल में भड़की ताजा हिंसा और बम विस्फोट के बाद मणिपुर के एक विधायक ने केंद्रीय गृह मंत्री से उग्रवादी हिंसा के खिलाफ तत्काल कदम उठाने की अपील की है. मणिपुर से भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर अवैध सशस्त्र उग्रवादियों द्वारा जारी हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की है.

इमो सिंह ने केंद्रीय बलों की अक्षमता की आलोचना की और सहयोग नहीं करने वाली यूनटि्स को हटाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार को मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को एकीकृत कमान सौंपनी चाहिए और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने के लिए कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार कार्य करने की अनुमति देनी चाहिए.'

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विधायक की मांग

विधायक ने कहा कि वर्तमान व्यवस्था ऐसी हिंसा को रोकने में सक्षम नहीं हो पा रही है है, इसलिए निर्वाचित सरकार को एकीकृत कमान सौंपना समय की मांग है. भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री को राज्य में जारी हिंसा, जिसमें हाल ही में हुए हमले भी शामिल हैं, पर गहरी चिंता व्यक्त की.

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अमित शाह को लिखे पत्र में भाजपा विधायक ने कहा है, "इस समय मैं केंद्र सरकार से हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में सवाल पूछ रहा हूं. ऐसा लगता है कि मणिपुर में करीब 60,000 केंद्रीय बलों की मौजूदगी शांति स्थापित नहीं कर पा रही है, इसलिए बेहतर है कि ऐसे बलों को हटा दिया जाए जो ज्यादातर मूकदर्शक बनकर मौजूद रहते हैं.'

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खास वर्ग चाहता है कि हिंसा जारी रहे- विधायक

विधायक ने कहा, "हम एआर (असम राइफल्स) की कुछ इकाइयों को हटाने की कार्रवाई से खुश हैं जो राज्य सरकार और जनता के साथ सहयोग नहीं कर रही थीं, लेकिन अगर इन केंद्रीय बलों की मौजूदगी हिंसा को नहीं रोक सकती है, तो बेहतर है कि उन्हें हटा दिया जाए और राज्य बलों को कमान संभालने दिया जाए और राज्य में शांति स्थापित की जाए." 

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अमित शाह को लिखे पत्र में इमो सिंह ने कहा, "पिछले साल मई से अब तक 15-16 महीने तक चले संघर्ष के बाद भी संघर्ष जारी है, उम्मीद थी कि हिंसा अतीत की बात हो जाएगी और राजनीतिक वार्ता पर अधिक ध्यान दिया जाएगा ताकि स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान निकाला जा सके, लेकिन एक खास समूह/वर्ग चाहता है कि उसके स्वार्थ की खातिर हिंसा जारी रहे."
 

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