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मणिपुर में जमकर बरसे ओले, 15 हजार से अधिक घरों पर आफत... सीएम ने बताया कैसे हैं हालात

सीएम बीरेन ने कहा, ओलावृष्टि और चक्रवात के कारण कई घर टूट गए और कुछ घरों की छत में छेद हो गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ओलावृष्टि से प्रभावित लोगों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 मई 2024,
  • अपडेटेड 11:50 PM IST

मणिपुर सरकार ने हाल ही में हुई ओलावृष्टि से प्रभावित लोगों के लिए राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) से 6.90 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है. 
मुख्यमंत्री एन बीरेन ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में हुई ओलावृष्टि से अब तक 15,425 से अधिक घर प्रभावित हुए हैं.
उन्होंने कहा कि, राहत-बचाव के लिए कुल 6.19 करोड़ रुपये मंजूर किए गये हैं, जिनमें से घाटी के प्रत्येक जिले को 50-50 लाख रुपये और पहाड़ी जिलों को 40-40 लाख रुपये उपलब्ध कराए गये हैं.

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बीरेन ने कहा, ओलावृष्टि और चक्रवात के कारण कई घर टूट गए और कुछ घरों की छत में छेद हो गए और एक व्यक्ति की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ओलावृष्टि से प्रभावित लोगों को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है. कल से ही सभी जिलों के उपायुक्तों ने सीजीआई शीट जैसी सहायता उपलब्ध कराने के उपाय शुरू कर दिये हैं.

ओलावृष्टि के कारण इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल और चुराचनपुर जिले में नुकसान हुआ. इंफाल पश्चिम में 653 मकान क्षतिग्रस्त; इंफाल पूर्व में 5600 घर; बिष्णुपुर में 1179 घर; थौबल में 800 घर और चुराचांदपुर में 500 घर क्षतिग्रस्त हो गये. बीरेन ने कहा, यह प्रारंभिक सर्वेक्षण रिपोर्ट है, मूल्यांकन अभी भी जारी है. बीरेन ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए अच्छी तरह से सर्वेक्षण करने और विवरण खोजने का निर्देश दिया. जिन लोगों के घर टूट गए हैं उनके लिए 42 राहत शिविर खुले हैं. उन्होंने कहा कि पशुधन, खेतों, सब्जियों और वाहनों के लिए सर्वेक्षण चल रहा है, राज्य सरकार सहायता प्रदान करेगी.

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