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मणिपुर की कानून-व्यवस्था खतरे में, बाजार कम्युनिटी ने 24 घंटे का बंद बुलाया

इंफाल में हालात अब भी ठीक नहीं हैं. ख्वायरमबंद बाजार में 24 घंटे का पूर्ण बंद घोषित करने के बाद कानून व्यवस्था का हाल ठीक नहीं है. सोमवार आधी रात से मंगलवार आधी रात तक प्रभावी बंद ने व्यावसायिक गतिविधियों को ठप कर दिया है. इससे चल रहा संघर्ष और बढ़ गया है.

फाइल फोटो फाइल फोटो
बेबी शिरीन
  • नई दिल्ली,
  • 20 मई 2024,
  • अपडेटेड 11:54 PM IST

इंफाल में हालात अब भी ठीक नहीं हैं. ख्वायरमबंद बाजार में 24 घंटे का पूर्ण बंद घोषित करने के बाद कानून व्यवस्था जर्जर हो चुकी है. सोमवार आधी रात से मंगलवार आधी रात तक प्रभावी बंद ने व्यावसायिक गतिविधियों को ठप कर दिया है. इससे चल रहा संघर्ष और बढ़ गया है. सोमवार की सुबह से ही दुकानें बंद रहीं और आमतौर पर हलचल वाले थंगल बाजार और एमजी एवेन्यू, जो पूरे राज्य के लिए स्टॉक की आपूर्ति करते हैं बंद रहे.  

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पाओना बाजार मस्जिद रोड, जो आमतौर पर सुबह के समय गुलजार रहता है वह भी बेहद शांत रहा. थंगल बाजार के अलु गली में खुदरा बाजार अपने जीवंत माहौल के लिए जाना जाता है, सभी बंद रहे. बाजार मालिकों ने हालिया हिंसक घटनाओं का जिक्र करते हुए सर्वसम्मति से बाजार बंद का निर्णय लिया.

इन हमलों के जवाब में मणिपुर पुलिस ने 13 मई को कई गिरफ्तारियां कीं. रात के हमलों में शामिल होने पर पांच नाबालिगों सहित सात व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया था. सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पहचाने गए संदिग्धों में कोंगबा माखा नंदीबाम, इम्फाल पूर्व के 19 वर्षीय खुमुकचम ब्रेनी सिंह और इम्फाल पश्चिम के कीशमपत थोकचोम लीकाई के 22 वर्षीय आरके रोनीश सिंह शामिल हैं. नाबालिगों को कानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों (सीसीएल) के रूप में हिरासत में लिया गया था.

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स्थानीय विधायक खुमुकचम जॉयकिसन ने आगे ऐसी घटना न हो इससे बचने का आग्रह किया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि बाजार निवासियों को परेशान करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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