
मणिपुर के हालात रोज बिगड़ते जा रहे हैं. राज्य में हाल ही में कई हिंसक घटनाएं हुई हैं. मणिपुर पुलिस का कहना है कि पिछले 24 घंटों के दौरान, गोलीबारी और प्रदर्शनकारियों के एकत्र होने की छिटपुट घटनाओं से राज्य में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है.
पुलिस के मुताबिक, चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया. अनियंत्रित भीड़ ने एक नेता के घर पर हमला करने की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को खदेड़ा.
अनियंत्रित भीड़ ने एक पुलिस जिप्सी को निशाना बनाया और उसे तोड़ दिया, जबकि एक पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की और उसका हथियार छीन लिया. मणिपुर पुलिस ने कहा कि वह इस तरह की कार्रवाई की निंदा करती है और ऐसे उपद्रवियों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाएगी.
हथियारों की बरामदगी और बदमाशों की धरपकड़ के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. दो लापता छात्रों के शवों की वायरल तस्वीरों को लेकर कई विरोध प्रदर्शन और रैलियां हुईं.
भीड़ में उपद्रवियों ने सुरक्षा बलों के खिलाफ लोहे के टुकड़ों और पत्थरों (संगमरमर) का इस्तेमाल किया. जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए न्यूनतम बल का प्रयोग किया और कुछ आंसू गैस के गोले दागे जिसमें कुछ लोग घायल हो गए.