
मणिपुर पुलिस ने 4 करोड़ रुपये के एक घोटाले में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे के नाम पर फर्जी मंत्री पद देने का झांसा देकर विधायकों को ठग रहे थे. इस ठगी का शिकार मणिपुर विधानसभा के अध्यक्ष थोकचोम सत्यब्रत भी बने.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आज सुबह दिल्ली से इम्फाल लाया गया. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर BNS की धारा 318(4) और 319(2) के तहत जांच शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार, 11 मार्च सुबह 8:29 बजे, तीनों आरोपियों को देहरादून से दिल्ली होते हुए इंडिगो फ्लाइट से इम्फाल लाया गया.
दिल्ली और एटा के रहने वाले हैं आरोपी
इस ऑपरेशन का नेतृत्व इम्फाल पुलिस स्टेशन के एसआई फारूक शेख ने किया. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान प्रियांशु पंत (19 वर्ष), उवैश अहमद (19 वर्ष) और गौरव नाथ (19 वर्ष) के रूप में हुई है. तीन में से दो आरोपी दिल्ली और एक एटा का रहने वाला है.
कैसे चला ठगी का खेल?
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद, राज्य के कई विधायकों को एक व्यक्ति ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के नाम से फोन किया और 4 करोड़ रुपये में मंत्री पद देने का लालच दिया. इस धोखाधड़ी के चलते 15 फरवरी को एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई और पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़ लिया.