
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. खबर है कि गुरुवार रात को भीड़ ने एसपी ऑफिस पर धावा बोल दिया. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक हेड कॉन्स्टेबल भी हथियारबंद व्यक्ति के साथ दिखाई पड़ रहा है. वीडियो सामने आने के बाद हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, ये घटना चुरचांदपुर के एसपी ऑफिस की है. चूराचांदपुर वही इलाका है, जहां पिछले साल 3 मई को रैली के दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसा भड़क गई थी. और तब से ही मणिपुर में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.
एसपी ऑफिस में हमले की घटना के बारे में जानकारी देते हुए मणिपुर पुलिस ने एक्स (पहले ट्विटर) पर बताया कि 300-400 लोगों की भीड़ ने एसपी सीसीपी के ऑफिस में हमला करने की कोशिश की. भीड़ ने पथराव भी किया.
पुलिस ने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के साथ-साथ सुरक्षाबलों के जवान हालात को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दाग रहे हैं.
चूराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हेड कॉन्स्टेबल सियामलाल पॉल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. वीडियो में सियामलाल को हथियारबंद व्यक्तियों के साथ देखा गया है.
आदेश में कहा गया है कि सियामलाल के खिलाफ विभागीय जांच पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि वो 14 फरवरी को हथियारबंद लोगों के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं.
इसके अलावा सियामलाल पॉल को बिना बताए पुलिस स्टेशन नहीं छोड़ने का निर्देश भी दिया गया है. उनके वेतन और भत्तों को भी नियमों के तहत सीमित कर दिया गया है.
मणिपुर के चूराचांदपुर इलाके में पिछले साल 3 मई को हिंसा भड़क गई थी. हिंसा ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (ATSUM) की रैली में भड़की थी. ये रैली चूराचांदपुर के तोरबंग इलाके में निकाली गई थी. रैली मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ निकाली गई थी. रैली के दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. इस हिंसा में 170 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.