
मणिपुर में बुधवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी. यहां उपद्रवियों ने सुरक्षा में तैनात एक कमांडों की हत्या कर दी. यह घटना तेंग्नौपाल जिले के मोरेह में हुई, जहां उपद्रवियों ने सुरक्षाकर्मियों पर फायरिंग की और सुरक्षा चौकी पर बम भी फेंके, जिसमें आईआरबी की मौत हो गई.
मोरेह में आईआरबी के एक जवान की मौत के बाद मणिपुर गृह विभाग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से मेडिकल इमरजेंसी के लिए हेलीकॉप्टर की मांग की है. साथ ही सैनिकों-हथियारों को हवाई मार्ग से भेजने की मांग की है.
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उपद्रवियों ने कब किया था हमला?
मोरेह शहर में बीते ढाई महीने में ये दूसरे पुलिस अधिकारी की हत्या है. शहर में तैनात मणिपुर पुलिस कमांडो से जुड़े एक आईआरबी जवान डब्ल्यू सोमरजीत की 17 जनवरी की सुबह करीब 3.25 बजे हत्या कर दी गई.
पुलिस के अनुसार, सोमरजीत उस समय कोंडोंग लैरेम्बी देवी मंदिर के पास एक आईआरबी पोस्ट पर तैनात थे और हमलावरों ने उस पर ग्रेनेड से हमला किया, जिसके बाद गोलीबारी हुई.
मणिपुर गृह विभाग ने MHA को लिखी चिट्ठी
इस घटना के बाद गृह विभाग के कमिश्नर टी रणजीत सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि घटना को देखते हुए इमरजेंसी सेवा के लिए तुरंत हेलीकॉप्टर भेजा जाए और उसे कम से कम 7 दिनों के लिए इंफाल में रखा जाए.
मोरेह में बिगड़ सकते हैं हालात
गृह मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में मणिपुर गृह विभाग कमिश्नर ने लिखा कि सीमावर्ती शहर मोरेह में कानून और व्यवस्था की स्थिति गंभीर चिंता का विषय बन गई है क्योंकि यहां लगातार गोलीबारी हो रही है, जिसकी वजह से एक आईआरबी कर्मचारी की मौत हो गई है. मौजूदा हालात को देखते हुए मोरेह में हालात और बिगड़ सकते हैं, किसी भी वक्त मेडिकल इमरजेंसी पैदा हो सकती है. पुलिस विभाग ने यह भी सूचित किया है कि मोरेह में सुरक्षा कर्मियों, गोला-बारूद आदि को हवाई मार्ग से ले जाने की भी आवश्यकता है.''