
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की एक कोर्ट ने शनिवार को आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है. मौजूदा वक्त में मनीष सिसोदिया दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में तिहाड़ जेल में बंद हैं. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के दौरान 207 सीआरपीसी अनुपालन में देरी को लेकर ईडी और आरोपी के बीच बहस हुई. इस दौरान जज ने दस्तावेजों के निरीक्षण में देरी पर दोनों से सवाल पूछे. मामले में अगली सुनवाई 18 अप्रैल को होगी.
कोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा है कि प्रत्येक आरोपी ने अब तक दस्तावेजों के निरीक्षण में कितना समय लिया है.
जेल से जनता के नाम चिट्ठी लिख चुके हैं सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने तिहाड़ जेल से अपनी विधानसभा पटपड़गंज की जनता के नाम पत्र लिखा, जो शुक्रवार को सामने आया. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि जल्द ही जेल से बाहर मिलेंगे. मनीष सिसोदिया ने लिखा कि पिछले एक साल में मुझे सबकी याद आई, सब ने बहुत ईमानदारी से मिलकर काम किया. जैसे आजादी के वक्त सब ने लड़ाई लड़ी, वैसे ही हम अच्छी शिक्षा और स्कूल के लिए लड़ रहे हैं.
'अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर जेल में बंद करते थे...'
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि अंग्रेजों की तानाशाही के बाद भी आजादी का सपना सच हुआ, वैसे ही एक दिन हर बच्चे को सही और अच्छी शिक्षा मिलेगी. अंग्रेजों को भी अपनी सत्ता का बहुत घमंड था, अंग्रेज भी झूठे आरोप लगाकर लोगों को जेल में बंद करते थे. अंग्रेजों ने कई सालों तक महात्मा गांधी को जेल में रखा, नेल्सन मंडेला को भी जेल में डाला. ये लोग मेरी प्रेरणा हैं और आप सब मेरी ताकत हैं.
मनीष सिसोदिया ने अपनी विधानसभा के लोगों की ओर मुखातिब होते हुए लिखा कि जेल में रह कर मेरा प्यार आप लोगों के लिए और बढ़ा है, मेरी पत्नी का आप लोगों ने बहुत ध्यान रखा. सीमा आपकी सबकी बात करते हुए भावुक हो जाती हैं, आप सब अपना ख्याल रखिए. जल्द बाहर मिलेंगे, लव यू ऑल!