
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने के मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने सरेंडर कर दिया है. ललित झा ही वो शख्स है जो आरोपियों का फोन लेकर फरार हुआ था. ललित झा महेश नाम के शख्स के साथ खुद कर्तव्य पथ पहुंचा और थाने में सरेंडर कर दिया.
चार आरोपियों में से दो संसद भवन के भीतर थे जिनका वीडियो पूरे देश ने देखा क्योंकि लोकसभा का सत्र लाइव चल रहा था, वहीं संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे नीलम और अमोल का वीडियो ललित झा ही शूट कर रहा था.
कोलकाता में ललित झा के एक जानकार ने बताया कि ललित झा ने उसे प्रदर्शन का वीडियो भेजा था. उस शख्स ने बताया कि दोपहर के करीब एक बजे ललित झा ने उन्हें वो वीडियो भेजा था लेकिन वो कॉलेज में थे.
उस शख्स ने बताया कि Whats App पर वीडियो भेजा गया था जो उन्होंने शाम चार-पांच बजे तब देखा जब फोन का इंटरनेट ऑन किया. बता दें कि ललित झा भी कोलकाता का ही रहने वाला है और पेशे से टीचर है. वो एक एनजीओ से भी जुड़ा हुआ है.
उस शख्स को ललित झा ने 1 मिनट 35 सेकेंड का वीडियो भेजा था जिसमें संसद भवन के बाहर स्मोक कैन के साथ नीलम और अमोल प्रदर्शन कर रहे थे. संसद के भीतर जाने से पहले और प्रदर्शन से पहले चारों आरोपियों मनोरंजन, सागर, नीलम और अमोर अपना फोन ललित झा के पास छोड़ गए थे. ललित झा बाहर भीड़ में शामिल होकर उनका वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था.
पुलिस ने स्मोक कैन से प्रदर्शन के बाद जैसे ही चारों आरोपियों को पकड़ा, ललिता झा सभी के मोबाइल फोन लेकर वहां से फरार हो गया. जांच में ये भी सामने आया है कि ललित झा ने संसद भवन में विरोध प्रदर्शन के बाद उसका वीडियो उस एनजीओ के मालिक को भी भेजा था जिसके लिए वो काम करता था.
हालांकि एनजीओ के मालिक ने वीडियो भेजे जाने की बात को तो स्वीकार किया है लेकिन उनसे ललित झा से कोई बात होने को लेकर इनकार किया है. चारों आरोपियों के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा जा रहा है कि वो सभी शहीद भगत सिंह से प्रेरित थे.