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Weather Update: देश के कई राज्यों से मॉनसून की विदाई हो चुकी है. वहीं, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 18 अक्टूबर तक देश के शेष भागों से वापस चले जाने की उम्मीद है. मॉनसून की विदाई से पहले तमिलनाडु, केरल समेत कई राज्यों में भारी बारिश का दौर अभी थमा नहीं है. मौसम विभाग ने आज, 15 अक्टूबर को भी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
दिल्ली-एनसीआर के मौसम की बात करें तो यहां मौसम में काफी तेजी से बदलाव हो रहा है. लोगों को सुबह-शाम ठंड का अहसास हो रहा है. वहीं, कई घरों में लोग एसी-कूलर बंद करके पंखे से काम चला रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, आज ज्यादातर जगहों पर बादल छाए रहेंगे. आइए जानते हैं देशभर के मौसम का हाल.
दिल्ली के मौसम की जानकारी
मौसम विभाग के मुताबिक, 15 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है. इन दिनों ज्यादातर आसमान साफ रहेगा और कभी-कभी बादल छाए रहेंगे. वहीं, देर रात और सुबह लोगों को ठंड का अहसास होगा.
दिल्ली का तापमान
बिहार, झारखंड से हो चुकी है मॉनसून की वापसी
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बिहार, झारखंड के शेष भागों से वापस चला गया है, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के कुछ और भागों, ओडिशा के शेष भागों और असम और मेघालय के कुछ भागों और बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी से भी पीछे हट गया है. अगले 2 दिनों के दौरान गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, असम, मेघालय, संपूर्ण अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के शेष भागों और महाराष्ट्र के कुछ और भागों और बंगाल की उत्तरी खाड़ी से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के वापस जाने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
18 अक्टूबर तक हो सकती है मॉनसून की वापसी
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 18 अक्टूबर तक देश के शेष भागों से वापस चले जाने की उम्मीद है. दक्षिणी प्रायद्वीप, दक्षिण और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी पर पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाओं के चलने के साथ ही, इसी अवधि के दौरान दक्षिण-पूर्वी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में उत्तर-पूर्वी मानसून की वर्षा गतिविधि शुरू हो सकती है. मध्य अरब सागर पर बना कम दबाव वाला क्षेत्र एक डिप्रेशन में बदल गया है. अगले 2 दिनों के दौरान इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में ओमान तट की ओर बढ़ने की उम्मीद है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटे को दौरान, तमिलनाडु, केरल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. तेलंगाना और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हो सकती है.
वहीं, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात और दक्षिण मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश संभव है. अगले 2 दिनों के दौरान एमपी, महाराष्ट्र, दक्षिणी गुजरात के कई जिलों में तेज बारिश की संभावना है. आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों सहित तमिलनाडु केरल और कर्नाटक में भी भारी बारिश के आसार हैं. मॉनसून उत्तर प्रदेश को पार कर चुका है.
इन जगहों पर बाढ़ को लेकर खतरा
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी (BoB) पर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से एक निम्न दबाव क्षेत्र का निर्माण हुआ है. यह प्रणाली अब अधिक संगठित हो चुकी है और दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों की ओर बढ़ गई है. इसके अगले 24 घंटों में और मजबूत होकर एक डिप्रेशन या गहरे डिप्रेशन में बदलने की संभावना है और यह पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए श्रीलंका के पूर्वी तट के करीब, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा. यह प्रणाली दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु के तट के पास उष्णकटिबंधीय तूफान में बदल जाएगी.
(A) Low Pressure Area over southeast Bay of Bengal
The low pressure area over southeast Bay of Bengal persisted over the same region at 2330 hours IST of yesterday, the 14thOctober 2024.
It is likely to move west-northwestwards and become a well marked low pressure area over… pic.twitter.com/KSxZEPVZWO
— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 14, 2024
15 अक्टूबर की रात से और 16 अक्टूबर तक दिन और रात के दौरान चेन्नई से लेकर कन्याकुमारी तक तमिलनाडु के तट पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. तमिलनाडु के तट के मध्य हिस्सों जैसे पुडुचेरी, कराईकल, नागापट्टिनम, टोंडी, तूतीकोरिन जैसे क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति का खतरा रहेगा. यह भारी बारिश का क्षेत्र राज्य के आंतरिक हिस्सों तक भी फैलेगा, जिसमें त्रिची, मदुरई, तंजावुर, इरोड, करूर, तिरुपुर, कोयंबटूर और ऊटी शामिल हैं.
बेंगलुरु, मैसूर, मांड्या, मंगलुरु में भारी बारिश की चेतावनी
16 और 17 अक्टूबर को बेंगलुरु, मैसूर, मांड्या, मंगलुरु और कारवार में भी भारी बारिश की संभावना है. 18 अक्टूबर से मौसम में सुधार देखने को मिलेगा, जब यह मौसम प्रणाली दक्षिण प्रायद्वीप से होकर अरब सागर में प्रवेश करेगी. बेंगलुरु और आस-पास के क्षेत्रों में 15 से 17 अक्टूबर के बीच छिटपुट बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. 16 अक्टूबर को बारिश का दायरा और तीव्रता अपेक्षाकृत अधिक हो सकती है. इसके बाद भी मानसूनी बारिश जारी रहेगी, लेकिन उनकी तीव्रता कम हो जाएगी.