
सेक्स स्कैंडल केस में आरोपी जनता दल (सेक्युलर) से निष्कासित सांसद प्रज्वल रेवन्ना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सूत्रों की मानें तो विदेश मंत्रालय ने रेवन्ना को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. दरअसल कर्नाटक की सरकार ने आधिकारिक तौर पर विदेश मंत्रालय से रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की गुजारिश की है.
पिछले दिनों यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद प्रज्वल रेवन्ना कथित तौर पर जर्मनी भाग गया था. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था कि वह रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने के कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर कार्रवाई कर रहा है. सूत्रों की मानें विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
सिद्धारमैया ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर रेवन्ना के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया था. अपने पत्र में सिद्धारमैया ने इसे 'शर्मनाक' बताया कि रेवन्ना ने आरोप सामने आने के ठीक बाद और उनके खिलाफ पहला आपराधिक मामला दर्ज होने से ठीक पहले देश छोड़ने के लिए अपने राजनयिक पासपोर्ट का इस्तेमाल किया.
रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी
रेवन्ना के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर और ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. सिद्धारमैया ने पीएम नरेंद्र मोदी से मामले को 'अत्यंत गंभीरता' से लेने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया था कि रेवन्ना को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए.
'जर्मनी यात्रा के लिए रेवन्ना ने नहीं मांगी मंजूरी'
रेवन्ना ने विदेश मंत्रालय से मंजूरी लिए बिना राजनयिक पासपोर्ट पर यात्रा की. नियमों के मुताबिक, निजी यात्रा के लिए भी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी लेने की जरूरत होती है.
2 मई को, साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, 'सांसद प्रज्वल रेवन्ना की जर्मनी यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय से कोई मंजूरी नहीं मांगी गई थी या जारी नहीं की गई थी. जाहिर है, कोई वीजा नोट भी जारी नहीं किया गया था.'