
एमएसपी को लेकर जारी किसान आंदोलन के बीच सरकार और किसानों की चौथे दौर की वार्ता देर रात खत्म हो गई है. केंद्रीय कृषि मंत्री पीयूष गोयल ने किसान संगठनों संग चौथे दौर की बातचीत खत्म होने के बाद मीडिया को बताया, किसानों से बातचीत सकारात्मक रही. पीएम मोदी किसानों की चिंता करते हैं. हमने भारतीय किसान मजदूर संघ और अन्य किसान नेताओं के साथ सकारात्मक चर्चा की... हमने पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए कार्यों को कैसे आगे बढ़ाया जाए.
'अच्छे माहौल में हुई किसानों से बातचीत'
कृषि मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, किसानों संगठनों से काफी अच्छे माहौल में बातचीत हुई और हमने नए विचारों पर चर्चा की, जो किसानों के हित में हैं. किसान संघ के प्रतिनिधियों ने कुछ सकारात्मक सुझाव दिए हैं. जिससे पंजाब, हरियाणा के साथ-साथ देश भर के किसानों को फायदा होगा. साथ ही इसका फायदा देश की अर्थव्यवस्था को भी होगा.
उन्होंने आगे कहा कि हमने मिलकर एक बहुत ही इनोवेटिव, आउट-ऑफ-द-बॉक्स विचार प्रस्तावित किया है...सरकार द्वारा प्रवर्तित NCCF (नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) और NAFED (नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) जैसी सहकारी समितियां एक का गठन करेंगी. ये समिति MSP पर दालों, मक्का और कपास सहित चार प्रॉडक्ट्स पर अगले 5 साल के लिए कांट्रेक्ट करेंगे. और किसानों से एमएसपी पर उत्पाद खरीदेंगे, जिसमें खरीद की कोई लिमिट नहीं होगी.
'सोमवार को जवाब देंगे किसान संगठन'
केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि किसान संघ हमें सुबह तक सरकार के इस निर्णय पर अपना फैसले के बारे में जानकारी दे देंगे. हम दिल्ली लौटने के बाद एनसीसीएफ और नेफेड के साथ भी चर्चा करेंगे.
इसके पहले तीन दौर की बातचीत हुई हैं, जिनमें कोई हल नहीं निकला है. किसान-मंत्रियों की बैठक शुरू होने से पहले गुरदासपुर के 79 वर्षीय किसान ज्ञान सिंह को 2 मिनट की श्रद्धांजलि दी गई, जिनका किसान आंदोलन के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.
ये हैं तीन खास मुद्दे
केंद्र सरकार द्वारा बैठक में एमएसपी की गारंटी, स्वामीनाथन आयोग के रिकमेंडेशन और किसानों के कर्ज माफी आदि के इन तीन मुद्दों पर आम राय बनाने का प्रयास. किसानों को खास तौर पर एमएसपी के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए एक फ्रेमवर्क पर सहमत करने का प्रयास जारी है.
ये किसान नेता हैं बैठक में शामिल
वहीं, चंडगढ़ में हो रही बैठक में किसानों से जुड़े 14 संगठन हिस्सा ले रहे हैं. इनमें, प्रतिनिधि के तौर पर ये किसान नेता शामिल हैं. 1. जगजीत सिंह दल्लेवाल, अध्यक्ष बीकेयू/सिद्धूपुर 2. सरवन सिंह पंढेर, समन्वयक केएमएम 3. जसविंदर सिंह लोंगोवाल, अध्यक्ष, बीकेयू एकता आजाद 4. सुरजीत सिंह फूल, अध्यक्ष बीकेयू -क्रांतिकारी 5. अमरजीत सिंह मोहरी, अध्यक्ष बीकेयू- शहीद भगत सिंह 6. सतनाम सिंह बरग्रियां, अध्यक्ष पगरी संभल जट्टा, पंजाब 7. अभिमन्यु कोहाड़, अध्यक्ष बीकेयू-नौजवान हरियाणा। 8. गुरदास सिंह लकड़वाल, बीकेयू-एकता कलावाड़ी, हरियाणा 9. कुर्बुर शांता कुमार, अध्यक्ष, कर्नाटक गन्ना किसान संघ 10. मनिंदर सिंह मान, सदस्य किसान समन्वय समिति, राजस्थान 11. रमनदीप सिंह मान, एसकेएम दिल्ली 12. मलकीत सिंह, अध्यक्ष, किसान मजदूर मोर्चा, पंजाब 13. ओंकार सिंह भंगाला, अध्यक्ष आजाद किसान संघर्ष समिति, दोआबा 14. सुखदेव सिंह भोज राज, किसान ते जवान भलाई यूनियन