
मेघालय के तुरा में गुरुवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप सुबह 3:46 बजे आया. इसकी तीव्रता 3.4 थी. भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी भीतर था.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, ये भूकंप तुरा से 37 किमी दूर उत्तर-पूर्व में आया था. इससे पहले 23 नवंबर को महाराष्ट्र के नासिक में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. ये भूकंप सुबह 4.04 बजे आया था. इसकी तीव्रता 3.6 थी, इसका केंद्र जमीन से 5 किमी भीतर था.
इससे पहले 22 नवंबर को लद्दाख के लेह और करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 रही. भूकंप का केंद्र करगिल से 191 किमी दूर उत्तर में था.
इंडोनेशिया में भूकंप से 268 की मौत
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में 21 नवंबर को भूकंप आया था, जिसमें 268 लोगों की मौत हो गई. मलबे में दबे शव बरामद होने के बाद संख्या में इजाफा हुआ है. 151 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई थी. नेशनल डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी के प्रमुख सुहार्यंतो ने बताया कि भूकंप में 1,083 लोग घायल हुए.
इंडोनेशिया के सियानजुर में आया था भूकंप
बता दें कि भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले प्रांत के एक पहाड़ी क्षेत्र में सियानजुर शहर के करीब था. सोमवार दोपहर भूकंप के झटके से लोग घबरा गए और घरों से निकलकर सड़कों पर भागने के लिए मजबूर हो गए. भूकंप से इमारतें गिर गईं. सियांजुर में अस्पताल की पार्किंग रात भर पीड़ितों से भरी रही. कुछ का अस्थायी टेंट में इलाज किया गया. अन्य को फुटपाथ पर ड्रिप लगाई गई. जबकि हेल्थ वर्कर्स ने टॉर्च की रोशनी में मरीजों को टांके लगाए.