
3 मई से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर का दौरा करने गया विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का डेलिगेशन लौट आया है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि मणिपुर में अनिश्चितता और डर का माहौल है. केंद्र और राज्य सरकार वहां बेहद गंभीर स्थिति से निपटने के लिए कोई मजबूत कदम नहीं उठा रही है. विपक्षी भारत गुट ने इस बात पर जोर दिया कि अगर मणिपुर जातीय संघर्ष का जल्द ही कोई समाधान नहीं किया गया, तो यह देश के लिए सुरक्षा समस्याएं पैदा कर सकता है. 'INDIA' के 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने इम्फाल के राजभवन में मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से भी मुलाकात की और यात्रा के दौरान अपनी टिप्पणियों पर एक ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूर्वोत्तर राज्य से लौटने के बाद एय़रपोर्ट पर कहा कि मणिपुर के लोगों के मन में डर और अनिश्चितता है. मणिपुर में स्थिति बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा कि मणिपुर में हजारों लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं. उन्हें नहीं पता कि वे अपने घरों में कब लौटेंगे. खेती ठप हो गई है. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि कुकी और मैतेई के बीच विभाजन को कैसे खत्म किया जाए. केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, किसी ने भी मणिपुर में कोई मजबूत कदम नहीं उठाया है.
टीएमसी नेता सुष्मिता देव ने कहा कि मुझे लगता है कि मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह पर से विश्वास पूरी तरह खत्म हो गया है. आम लोग और जनता अब मणिपुर के सीएम का समर्थन नहीं कर रहे हैं. मणिपुर के राज्यपाल उइके को सौंपे गए ज्ञापन में दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने वाले विपक्षी सांसदों ने राज्य में शांति और सद्भाव लाने के लिए प्रभावित लोगों के तत्काल पुनर्वास की मांग की.
मणिपुर से लौटने के बाद डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि हमने राज्यपाल को अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं, वह भी चिंतित हैं और चाहती हैं कि हम केंद्र सरकार को बताएं कि हमने क्या देखा है. हम संसद में बहस के लिए कहेंगे और हम सरकार को बताना चाहते हैं कि हमने क्या देखा है. हम लोगों की मांग है कि सभी पार्टी के नेता वहां (मणिपुर) जाएं और देखें कि क्या हो रहा है. वहां शांति वार्ता होनी चाहिए, यही एकमात्र रास्ता है.
मणिपुर पुलिस ने विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सार्वजनिक उत्पात मचाने के आरोप में इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के प्रवक्ता गिन्ज़ा वुअलज़ोंग के खिलाफ मामला दर्ज किया है. संगठन ने इस आरोप से इनकार किया है. एक व्यापारी की शिकायत के आधार पर जीरो FIR दर्ज की है.