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जंग के मैदान में सेना का साथी बनेगा ये लाइट व्हीकल, महिंद्रा से हुआ करार

रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. रक्षा मंत्रालय ने महिंद्रा डिफेंस से 1,300 लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल्स खरीदने का ऑर्डर दिया है. इसके लिए मंत्रालय ने कंपनी से 1,056 करोड़ रुपये का करार किया है.

लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल
शिव अरूर/मंजीत नेगी
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 6:32 PM IST
  • रक्षा मंत्रालय व महिंद्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड में करार
  • मंत्रालय ने कंपनी से 1,056 करोड़ रुपये का किया करार
  • भारतीय सेना को मिलेंगे 1,300 लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल्स

रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. रक्षा मंत्रालय ने महिंद्रा डिफेंस से 1,300 लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल्स (LSVs) खरीदने का ऑर्डर दिया है. इसके लिए मंत्रालय ने कंपनी से 1,056 करोड़ रुपये का करार किया है. रक्षा मंत्रालय ने सेना को लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल्स की सप्लाई करने के लिए एक करार पर हस्ताक्षर किए हैं.  

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'मेक इन इंडिया' को मजबूती प्रदान करने के वास्ते रक्षा मंत्रालय ने महिंद्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड (MDSL)के साथ एक समझौता पत्र पर नई दिल्ली में 22 मार्च 2021 को हस्ताक्षर किया. इसके तहत महिंद्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड भारतीय सेना को 1,300 सैन्य वाहनों की आपूर्ति करेगी. इसकी लागत 1,056 करोड़ रुपये आएगी. कंपनी अगले चार साल में सेना को इन वाहनों की आपूर्ति करेगी.
       
क्या होता है लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल

लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल एक आधुनिक फाइटिंग व्हीकल है. ये वाहन मीडियम मशीन गन्स, ऑटोमैटिक ग्रेनेड लॉन्चर्स के साथ-साथ एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस होंगे. इसे सेना की विभिन्न फाइटिंग यूनिट्स को मुहैया कराया जाएगा. 

लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल स्वदेश निर्मित है और इसे महिंद्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड ने तैयार किया है. ये कॉम्बैट व्हीकल छोटे हथियारों के वार से निपटने में सक्षम है. यह सेना की छोटी टुकड़ियों के लिए मददगार साबित होगा जिन्हें युद्ध क्षेत्र में इनकी जरूरत होती है.

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लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल्स

मेक इन इंडिया को मिलेगी मजबूती

यह रक्षा उद्योग की स्वदेशी विनिर्माण क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रमुख परियोजना है. यह करार सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान और मेक इन इंडिया की पहल में एक और मील का पत्थर जोड़ेगी.


 

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