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मोफिया परवीन केस: केरल HC ने कहा- पुलिस का ऐसा हाल, हमारे राज्य को भगवान ही बचाए

लॉ स्टूडेंट मोफिया परवीन की आत्महत्या मामले में सुनवाई करते हुए केरल हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिस द्वारा प्रताड़ना के कई मामले सामने आ रहे हैं- हमारे राज्य को भगवान ही बचाए. कोर्ट ने कहा कि अगर राज्य इस तरह के एक पुलिस अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करे तो बाकी सब का रवैया खुद ही सुधर जाएगा.

Kerala High Court Kerala High Court
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 1:04 PM IST
  • केरल हाई कोर्ट ने कहा- हमारे राज्य को भगवान बचाए
  • 'एक पुलिस वाले पर कड़ाई करो, सब सुधर जाएंगे'

केरल के अलुवा में लॉ स्टूडेंट मोफिया परवीन की आत्महत्या मामले में सुनवाई करते हुए केरल हाईकोर्ट ने कहा कि पुलिस द्वारा प्रताड़ना के कई मामले सामने आ रहे हैं- हमारे राज्य को भगवान ही बचाए. कोर्ट ने कहा कि अगर राज्य इस तरह के एक पुलिस अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई करे तो बाकी सब का रवैया खुद ही सुधर जाएगा. वरना लोगों का परेशान होना, मारा जाना और आत्महत्या करना यूं ही जारी रहेगा. 

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अदालत ने आगे कहा कि पुलिस स्टेशन एक सार्वजनिक कार्यालय है कोई डर का मैदान नहीं. कोई भी आदमी, औरत या बच्चा वहां जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराने से डरना नहीं चाहिए. कोर्ट ने सरकार से कहा कि आप पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई को अनुशासनात्मक कार्यवाही तक ही क्यों सीमित रखते हैं? किसी पुलिस वाले के खिलाफ कार्रवाी करने में क्या दिक्कत है? पुलिस जनता की रक्षक होती है, उसे भक्षक नहीं होना चाहिए.

अदालत पुलिस प्रताड़ना को लेकर थेनमेला के के राजीव की याचिका पर सुनवाई कर रही थी. इधर सरकारी वकील ने अदालत को बताया कि मोफिया मामले में आरोपी अलुवा थाना एसएचओ सुधीर को सस्पेंड कर दिया गया है. कोर्ट ने कहा जबतक पुलिस नहीं सुधरेगी, कुछ नहीं बदलेगा.

गौरतलब है कि हाल ही में केरल के अलुवा में 21 साल की सोफिया परवीन ने आत्महत्या कर ली थी. सोफिया ने खुदखुशी से पहले लिखे खत में इस कदम के लिए अपने पति, सास- ससुर और अलुवा थाना एसएचओ सुधीर को दोषी ठहराया था. आरोप है कि महिला जब अपने पिता के साथ उसे प्रताड़ित कर रहे ससुराल वालों की शिकायत के लिए एसएचओ सुधीर के पास गई को उन्होंने उनके साथ गालीगलौज कर उन्हें भगा दिया था. हालांकि, एसएचओ सुधीर ने दावा किया कि उसने मोफिया के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया था. फिलहाल मामले को तूल पकड़ता देख एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है.

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इनपुट- रिक्सन

 

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