
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने दावा कर दिया है कि पाकिस्तान के लोग भी बंटवारे से खुश नहीं हैं, वहां वे मानने लगे हैं कि ये एक बड़ी गलती थी. क्रांतिकारी हेमू कालानी की जन्म जयंती पर एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने ये बयान दिया है. उन्होंने जोर जेकर कहा है कि भारत का जब बंटवारा हुआ और पाकिस्तान बना, वहां रह रहे लोग इसे एक बड़ी गलती मानने लगे हैं.
बंटवारे का जिक्र, पाकिस्तान पर कहा ये
मोहन भागवत ने कहा कि 1947 से पहले भारत था. जिन्होंने इस भारत को तोड़ा, क्या वो अभी भी खुश हैं. वहां तो सब जगह दुख है. आजादी के सात दशक बाद पाकिस्तान के लोग मानते हैं कि भारत का बंटवारा बड़ी गलती थी. अब भागवत ने बंटवारे का तो जिक्र किया ही, ये भी साफ कर दिया कि भारत वो विचारधारा वाला देश नहीं है जो किसी दूसरे मुल्क पर हमला करने की बात करेगा. इस बारे में भागवत कहते हैं कि भारत की वो संस्कृति नहीं कि हम दूसरे पर हमला करेंगे. मैं ये कभी नहीं बोलूंगा कि भारत, पाकिस्तान पर वार करे. लेकिन हमारी वो संस्कृति जहां मुंहतोड़ जवाब जरूर दिया जाता है. हम ऐसा करते आ रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे.
सनातन पर दिया भागवत ने ये बयान
वैसे हाल ही में सनातन को लेकर भी मोहन भागवत ने एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म को किसी को किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. सनातन समय की कसौटी पर खरा साबित हुआ है. बाकी सब बदल जाता है. यह पहले भी शुरू हुआ था, आज भी है और कल भी रहेगा. हमें अपने आचरण से लोगों को 'सनातन' समझाना होगा. इससे पहले उन्होंने जनवरी की शुरुआत में नागपुर में कहा था कि हमें अपने धर्म पर दृढ़ रहना चाहिए, भले ही इसके लिए हमें मरना ही क्यों ना पड़े. उन्होंने कहा था कि सनातक धर्म ही हिंदू राष्ट्र है. जब जब हिंदू राष्ट्र की उन्नति होती है, वो धर्म के उन्नति के लिए होती है. अब भगवान की इच्छा है कि सनातन धर्म का उत्थान हो. ऐसे में हिंदुस्तान का उत्थान निश्चित है.