
मंकीपॉक्स की भारत में भी एंट्री हो चुकी है. केरल के बाद दिल्ली में भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आने के बाद अब सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. मंकीपॉक्स का संक्रमण रोकने के लिए सख्ती भी शुरू हो गई है. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने भी मंकीपॉक्स के खतरे को देखते हुए सख्ती शुरू कर दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने वाले ऐसे यात्रियों को अब लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल भेजा जाएगा जिनमें मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आएंगे. पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से आने वाले ऐसे यात्री जिनमें तेज बुखार, पीठ दर्द, जोड़ो में दर्द जैसे लक्षण पाए जाएंगे, उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया जाएगा.
एलएनजेपी अस्पताल में इस तरह के मरीजों के लिए 20 सदस्यीय विशेष टीम तैनात की गई है. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच करने के लिए एक स्वास्थ्य टीम तैनात है. डब्ल्यूएचओ की ओर से मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित किए जाने के बाद एयरपोर्ट पर डॉक्टर्स और स्वास्थ्य परीक्षण करने वाली टीम की तादाद बढ़ाई जाएगी या नहीं, इसे लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
एलजी ने की हाईलेवल मीटिंग
दूसरी तरफ, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आने के बाद दिल्ली का प्रशासन भी एक्टिव मोड में आ गया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में एक हाईलेवल मीटिंग हुई जिसमें मंकीपॉक्स को लेकर कई निर्णय लिए गए. दिल्ली के उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में ये भी निर्णय लिया गया कि मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के सैंपल्स पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे जाएंगे.
दिल्ली सरकार ने जिला प्रशासन को भी ये निर्देश दिए हैं कि मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीजों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर उनके परिवार के लोगों को क्वारंटीन किया जाए. दिल्ली सरकार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों से मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा है. सरकार की ओर से कहा गया है कि एयरपोर्ट से चिह्नित लिंक अस्पताल के लिए रेफरल व्यवस्था स्थापित करने और इसे मजबूत करने पर जोर दिया जाए. दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने भी इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है.
आइसोलेट किए जाएंगे संदिग्ध
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने कहा है कि मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामलों की सूचना संबंधित जिला निगरानी इकाई को अनिवार्य रूप से देनी होगी. स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की ओर से ये भी कहा गया है कि मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीजों को एलएनजेपी अस्पताल के आरक्षित वार्ड में रेफर और आइसोलेट किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि दिल्ली में 34 साल के एक व्यक्ति को मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था. दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मरीज मिलने के बाद उसे एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका उपचार चल रहा है. कहा जा रहा है कि मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति को ठीक होने में कम से कम एक हफ्ते का समय लगेगा. दिल्ली सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर एलएनजेपी अस्पताल को नोडल केंद्र बना दिया है. एलएनजेपी अस्पताल में मंकीपॉक्स को लेकर चिकित्सकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है.
मंकीपॉक्स को लेकर केरल में भी अलर्ट
मंकीपॉक्स को लेकर केरल में भी अलर्ट है. केरल में मंकीपॉक्स के अब तक तीन मामले सामने आए हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से आने वाले यात्रियों की हवाई अड्डे पर थर्मल स्कैनिंग की जाएगी जिससे तेज बुखार या मंकीपॉक्स के अन्य लक्षणों के संबंध में पता लगाया जा सका. सभी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स पर स्वास्थ्य डेस्क स्थापित किए गए हैं.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार मंकीपॉक्स से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और लक्षण नजर आने पर तत्काल टेस्ट कराने की अपील भी की. केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है. हमने सभी 14 जिलों में स्वास्थ्यकर्मियों को इसे लेकर जानकारी दे दी है, खासकर त्वचा रोग विशेषज्ञों को. उन्होंने लोगों से ये अपील भी की है कि मंकीपॉक्स का कोई भी लक्षण नजर आने पर स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में तत्काल सूचित करें और सावधान रहें.