
मोरबी हादसे को 5 दिन बीत गए हैं, लेकिन अभी भी एनडीआरएफ और तमाम एजेंसियां मच्छु नदी में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं. बताया जा रहा है कि एक शख्स अभी लापता है, जिसके शव की तलाश में एजेंसियां जुटी हैं. एजेंसियों का कहना है कि जब तक शव बरामद नहीं होता सर्च ऑपरेशन चलता रहेगा. एनडीआरएफ, भारतीय सेना, एसडीआरएफ लगातार मिशन में जुटी हुई हैं.
उधर, मोरबी हादसे में जो घायल अस्पताल में भर्ती थे, उनमें से ज्यादातर डिस्चार्ज हो गए हैं, जबकि कुछ लोगों का इलाज अभी भी चल रहा है जो जल्द ही रिकवरी के बाद घर भेज दिए जाएंगे.
कहां तक पहुंची जांच
मोरबी पुलिस ने इस मामले में ओरेवा कंपनी पर केस दर्ज किया है. पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद ओरेवा कंपनी के दफ्तर में भी जांच की. पुलिस ने वहां से कुछ कागज भी बरामद किए हैं. पुलिस ने मालिकों के बारे में भी पूछताछ की है.
मोरबी पुलिस ने घटनास्थल से सभी सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर इकट्ठा किए. फुटेज में आने वाली भीड़ जाने वाले लोगों की संख्या और ब्रिज पर आए लोगों की मोमेंट का फॉरेंसिक एनालिसिस किया जाएगा. स्पेशल फॉरेंसिक टीम ब्रिज के सभी केबल का तकनीकी एनालिसिस करेगी. टेक्निकल एनालिसिस में केबल की सही क्षमता और उसकी गुणवत्ता की रिपोर्ट की जांच होगी.
किसी को क्लीन चिट नहीं- पुलिस
पुलिस सूत्रों के मुताबिक हर पहलू और मामले से जुड़े हर संबंधित व्यक्ति की जांच की जाएगी. प्राथमिक तौर पर उनकी गिरफ्तारी की गई है जो घटना से सीधे जुड़े हुए थे क्योंकि उनमें से कुछ लोगों ने मरम्मत का काम किया तो कुछ लोगों ने टिकट बेचे और बड़ी संख्या में लोगों को ब्रिज पर जाने दिया. कंपनी के मालिक या दूसरे बड़े लोगों हर जिम्मेदार लोगों खिलाफ जांच सबूतों के आधार पर चलती रहेगी. किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है. जांच सही दिशा में जा रही है. जैसे-जैसे रिपोर्ट और साक्ष्य मिलते रहेंगे जांच आगे बढ़ते रहेंगे.
मोरबी हादसे में 9 लोग गिरफ्तार
अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपी दीपक पारेख (ओरेवा कंपनी के मैनेजर ), दिनेशभाई महासुखराय दवे दिनेशभाई महासुखराय दवे, मनसुख बालजीभाई टोपिया (टिकट क्लर्क), मादेवभाई लाखाभाई सोलंकी (टिकट क्लर्क), कॉन्ट्रैक्टर प्रकाशभाई लालजीभाई परमार , कॉन्ट्रैक्टर देवांगभाई प्रकाशभाई परमार, सिक्योरिटी गार्ड अल्पेशभाई , दिलीपभाई और मुकेश भाई.