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रबी फसलों के लिए एमएसपी घोषित, गेहूं पर मात्र 2.6 फीसदी बढ़ोतरी

गेहूं की एमएसपी में महज 2.6 फीसदी बढ़ोतरी की गई है, जो कि पिछले 11 सालों में सबसे कम वृद्धि है. अन्य फसलों मसलन जौ, चना, मसूर, सरसों और कुसुम के लिए घोषित एमएसपी में भी पिछले साल की तुलना में कम बढ़ोतरी की गई है.

2021-2022 के लिए घोषित की एमएसपी (फाइल फोटो-PTI) 2021-2022 के लिए घोषित की एमएसपी (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 9:45 AM IST
  • केंद्र ने 2021-2022 के लिए घोषित की एमएसपी
  • पिछले साल की तुलना में कीमतों में मामूली वृद्धि
  • गेहूं की एमएसपी में महज 2.6 फीसदी बढ़ोतरी

कृषि बिलों के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने सोमवार को 2020-21 की छह रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की घोषणा कर दी. यह न्यूनतम समर्थन मूल्य वर्ष 2021-2022 के लिए लागू होगा. हालांकि सरकार ने एमएसपी में जिस वृद्धि का ऐलान किया है वह पिछले साल के मुकाबले कम है. 

11 सालों में सबसे कम वृद्धि

गेहूं की एमएसपी में महज 2.6 फीसदी बढ़ोतरी की गई है, जो कि पिछले 11 सालों में सबसे कम वृद्धि है. अन्य फसलों मसलन जौ, चना, मसूर, सरसों और कुसुम के लिए घोषित एमएसपी में भी पिछले साल की तुलना में कम बढ़ोतरी की गई है.

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केंद्र की तरफ से जारी बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने रबी की फसलों के लिए एमएसपी में इस वृद्धि को मंजूरी दी है. यह बढ़ी हुई एमएसपी 2021-2022 के लिए लागू होगी. बयान में यह भी कहा गया है कि एमएसपी में यह वृद्धि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप है.

बयान के मुताबिक 2020-21 की रबी फसल के लिए गेहूं की MSP 1,975 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है जो 2019-20 के लिए प्रति क्विंटल गेहूं को लेकर निर्धारित एमएसपी 1,925 रुपये से 2.6 प्रतिशत ही अधिक है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बताती है कि फीसदी के लिहाज से गेहूं की एमएसपी में यह वृद्धि 11 वर्षों में सबसे कम है. रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2009-10 में गेहूं की MSP में महज 1.85 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए प्रति क्विंटल इसकी कीमत 1100 रुपये तय की गई थी. वहीं 2008-09 में  प्रति क्विंटल गेहूं की कीमत 1,080 रुपये थी.

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मसूर की एमएसपी में सबसे अधिक बढ़ोतरी

बहरहाल, सरकारी बयान के मुताबिक मसूर की एमएसपी में सबसे अधिक बढ़ोतरी की गई है. 5,100 रुपये प्रति क्विंटल मसूर की कीमत तय की गई है जो 2019-20 की तुलना में 6.25 प्रतिशत यानी 300 रुपये अधिक है. पिछले साल मसूर की एमएसपी में 325 रुपये प्रति क्विंटल यानी 7.26 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी.
 
चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 5,100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 225 रुपये अधिक यानी 4.62 प्रतिशत अधिक है. पिछले साल चने की कीमत में 255 रुपये प्रति क्विंटल या 5.52 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी. 

इसी तरह सरसों की एमएसपी प्रति क्विंटल 4,650 रुपये तय की गई है जो 2019-20 की तुलना में 225 रुपये यानी 5.08 फीसदी अधिक है. वहीं कुसुम के लिए एमएसपी को बढ़ाकर 5,327 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है जो पिछले साल की तुलना में 112 रुपये या 2.15 प्रतिशत अधिक. पिछले साल इसमें 270 रुपये या 5.46 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी.


 

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